हत्या सहित विभिन्न धाराओं में किए गए हैं मुकदमे दर्ज
(Case Filed Against Farmers)
सच कहूँ/देवीलाल बारना कुरुक्षेत्र। हरियाणा व पंजाब के किसानों द्वारा पुलिस प्रशासन द्वारा लगाए गए बैरिकेट्स व अवरोधकों को तोड़कर दिल्ली तो कूच कर गए लेकिन अब पुलिस द्वारा कूच के दौरान बैरिकेट्स तोड़ने वाले (Case filed against farmers) किसानों पर मुकदमे दर्ज करने में जुटी हुई है। जानकारी के अनुसार अब तक भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी, प्रवक्ता राकेश बैंस, जसबीर सिंह मामूूूूमाजरा सहित हजारों किसानों पर विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। कुरुक्षेत्र जिला में बैरिकेट्स तोड़ने पर किसानों के खिलाफ पिहोवा के साथ-साथ शाहाबाद में भी डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट की धारा के तहत केस दर्ज किए जा रहे हैं। शाहाबाद में पुलिस से उलझने, बैरिकेट्स तोड़ने व हत्या के प्रयास में मुख्य रूप से 11 किसान नेताओं को नामजद किया गया है जबकि पिहोवा में मुख्य रूप 6 किसान नेता नामजद किए हैं।
शाहाबाद के डीएसपी आत्मा राम ने की पुष्टि
दिल्ली कूच के दौरान किसानों पर मुकदमे दर्ज होने पर शाहाबाद के डीएसपी आत्मा राम ने पुष्टि करते हुए बताया है कि 26 नवंबर को प्रबंधक थाना शाहाबाद की स्टेटमैंट पर भाकियू प्रवक्ता राकेश बैंस, जसबीर मामूमाजरा व अन्य हजारों किसानों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मुकदमा धारा 144 का उल्लंघन करने, जीटी रोड पर बैरिकेटस को तोडने, डयूटी में बाधा डालने, डंडे लेकर हमला करना व सरकारी संपत्ति का नुकसान पहुंचाने की धाराओं के तहत किसानों पर मुकदम दर्ज किए गए हैं।
मुकदमा तो मुख्यमंत्री पर दर्ज होना चाहिए: अरोड़ा
पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने कहा कि किसान अपना हक मांगने के लिए सड़कों पर आ रहे थे तो उन पर कत्ल जैसे संघीन केस दर्ज किए गए, कांग्रेस पार्टी इसकी कड़े शब्दों में निंदा करती है। पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने कहा कि जिन अधिकारियों और कर्मचारियों ने किसानों को जाने के लिए रास्ता रोके और गड्ढे खोदे मुकदमे तो उन लोगों पर दर्ज होने चाहिए क्योंकि ना जाने कितने लोगों को परेशानी का सामना भी करना पड़ा।
कई जगह तो इस भारी-भरकम जाम में एंबुलेंस भी फंसी रही इसी कारण अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज होने चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सत्ता के नशे में चूर हैं। उन्होंने कहा कि मुकदमे तो हरियाणा प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर होने चाहिए थे, मुकदमे किसानों पर क्यों दर्ज किए? पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने सवाल करते हुए कहा कि भाजपा चाहे रैली करे कोई जनसभा करें इनके लिए सारे कानून माफ है क्या ? तब कोरोना नहीं हो सकता? अरोड़ा ने कहा कि सरकार को अपनी जिद छोड़नी चाहिए।
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