Canada Top Universities: भारत और कनाडा के बीच टेंशन इस कद्र हावी है कि कनाडा जाकर पढ़ाई कर रहे छात्रों की भी चिंताएं इससे बढ़ गई हैं। उन्हें डर है कि कहीं दोनों देशों की इस रार से उनका स्टडी वीजा न कैंसिल हो जाए और उन्हें इंडिया वापिस भेज दिया जाए। छात्रों की इस चिंता को दूर करने के उद्देश्य से यॉर्क यूनिवर्सिटी, कनाडा के कुलपति ने कहा है कि हम भारतीय छात्रों का स्वागत में बैठे हैं और उन्हें विश्वास दिलाते हैं कि कनाडा एवं यॉर्क यूनिवर्सिटी उनके लिए सुरक्षित स्थान है और रहेगा भी। भारतीय छात्रों के लिए इस यूनिवर्सिटी के दरवाजे हमेशा ही खुले रहेंगे। Canada Vs India
एक रिपोर्ट्स के अनुसार साल दर साल भारत से कनाडा जाने वाले छात्रों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में दोनों देश के बीच बड़ी तकरार से लाखों छात्र भी चिंताग्रस्त हो गए हैं। गौरतलब है कि जी-20 शिखर सम्मेलन के बाद से भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक विवाद बढ़ गए हैं और इसकी चर्चा भी जोरों से चल रही है। इसी बीच कनाड़ा में निवास कर रहे छात्रों को सुकून देने वाला ब्यान कनाड़ा की यॉक यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष और कुलपति प्रोफेसन रोंडा लेंटन ने दिया है। उन्होंने कहा है कि यॉर्क यूनिवर्सिटी की नजर भी भारत और कनाड़ा की वर्तमान घटनाओं पर टिकी हुई है।
हमें पूरा विश्वास है कि कनाड़ा और भारत की सरकारें इन राजनयिक मामलों का समाधान जरूर निकालेंगी। भारतीय छात्रों को घबराने की जरूरत नहीं है, हम इंडियन स्टूडेंट को हर तरह का सहयोग दे रहे हैं। फिर चाहे मेंटल हेल्थ हो या एकेडमिक वीजा पर सलाह हो, हम पूरी तरह इंडियन स्टूडेंट्स के साथ हैं।
यॉर्क यूनिवर्सिटी के अनुसार यॉर्क के छात्र विभिन्न भाषाओं में और दुनिया में कहीं से भी कीप मी सेफ के माध्यम से 24 घंटे मानसिक स्वास्थ्य सहायता प्राप्त कर सकते हैं। यहां रह रहे छात्र रियल टाइम और अपॉइंटमेंट बेस्ड काउंसिलिंग भी ले सकते हैं। साथ ही यूनिवर्सिटी ने स्पष्ट किया कि छात्रों को डिपोर्ट करने की उनकी कोई मंशा नहीं है। इमिग्रेशन, रिफ्यूजीज एंड सिटिजनशिप कनाड़ा के ताजा आंकड़ों के अनुसार कनाडाई संस्थानों और स्कूलों में 31 दिसंबर 2022 तक, कनाडा के लिए सक्रिय स्टडी परमिट वाले लाखों विदेशा छात्र थे। इनमें सबसे ज्यादा इंडिया से करीब 3 लाख 20 हजार के करीब हैं। यह वर्ष 2021 की अपेक्षा कहीं ज्यादा हैं।