Byju’s CEO Arjun Mohan Resigns: 7 महीने बाद ही बायजू इंडिया के सीईओ अर्जुन मोहन ने दिया इस्तीफा!

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Byju's CEO Arjun Mohan Resigns: 7 महीने बाद ही बायजू इंडिया के सीईओ अर्जुन मोहन ने दिया इस्तीफा!

Byju’s CEO Arjun Mohan Resigns: नई दिल्ली। बायजूज इंडिया के बढ़ते संघर्ष के बीच कंपनी सीईओ अर्जुन मोहन ने अपनी नियुक्त के सात महीने बाद ही इस्तीफा सौंप दिया है। बकाया कर्ज, कर्मचारियों के वेतन और विक्रेताओं के बकाया को चुकाने के लिए अब कंपनी के संस्थापक बायजू रवींद्रन कंपनी को संभालेंगे।

कंपनी ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि यह परिवर्तन बायजू के भारत के निवर्तमान सीईओ अर्जुन मोहन की व्यापक परिचालन समीक्षा और लागत अनुकूलन अभ्यास के बाद किए गए हैं। इसमें कहा गया है कि मोहन अब एक बाहरी सलाहकार भूमिका निभाएंगे।

रवीन्द्रन अब कंपनी का दैनिक संचालन संभालेंगे

कंपनी ने कहा कि मोहन के जाने के बाद, बायजू ने अपने परिचालन को सुव्यवस्थित करने और अपने व्यवसायों को तीन वर्गो में विभाजित करने की योजना बनाई है, जिन्हें लागत को अनुकूलित करने के लिए अलग-अलग नेताओं द्वारा चलाया जाएगा। इसके लिए तीन प्रभाग बनाए गए हैं, जिनमें शिक्षण ऐप, ऑनलाइन कक्षाएं और ट्यूशन केंद्र, और परीक्षण तैयारी शामिल है। रवीन्द्रन, जोकि अब तक कंपनी का कैशियर डिपार्टमेंट और विस्तार के अवसरों की देखरेख कर रहे थे, अब कंपनी का दैनिक संचालन संभालेंगे।

वर्णनीय है कि शेयरधारकों के साथ कंपनी की लड़ाई पिछले महीने बढ़ गई थी, जब टाइगर ग्लोबल और उल्लू वेंचर्स द्वारा समर्थित चार निवेशकों, जिनमें मुख्य रूप से – प्रोसस एनवी, जनरल अटलांटिक, सोफिना और पीक एक्सवी पार्टनर्स ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में जाकर बायजू के 200 डॉलर के बारे में अपनी चिंताओं को उजागर किया।
मिलियन राइट्स इश्यू, जिसकी कीमत कंपनी के 22 बिलियन डॉलर के उच्चतम मूल्यांकन से 99% छूट पर थी। यह निर्णय बायजूज में वित्तीय कुप्रबंधन, अनुपालन और शासन के मुद्दों से निपटने के उद्देश्य से कई प्रस्तावों में से एक था।

जुटाए गए $200 मिलियन का उपयोग करने में असमर्थ, कंपनी ने वर्ष की शुरूआत से वेतन भुगतान में देरी की है और इस महीने की शुरूआत में 500 से अधिक कर्मचारियों को निकाल दिया है। बढ़ते संकट के बीच हाल के महीनों में लगभग 1,500 कर्मचारियों ने कंपनी से पलायन कर लिया। मीडिया रिपोर्टों की मानें तो कंपनी ने लागत में कटौती करने के उद्देश्य से देश भर में अपने ऑफिसस भी खाली कर दिए हैं। अब कंपनी का बेंगलुरु के आईबीसी नॉलेज पार्क में ही एकमात्र मुख्यालय है।

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