Diwali 2024: सादुलशहर (सच कहूँ न्यूज)। दीपावली पर्व की खुशियां हिन्दू समाज में प्रमुखता से मनाई जाती हैं, लेकिन हर घर में इलेक्ट्रॉनिक लड़ियों के लगाने से कुम्हार समाज को अब वो मेहनताना नहीं मिलता जो आज से एक दशक पूर्व मिला करता था। सही मायनों में हर कोई दीपावली पर्व का शौक बिजनेस से भी जुड़ा हुआ है। हर दुकानदार यही चाहता है कि इस दीपावली पर्व पर उसे खूब आमदन हो। बड़ी-बड़ी दुकानों पर हजारों रुपए खर्च कर लोग खरीदारी करते हैं, लेकिन क्या आपने सोचा है बाजार की थडियों (फुटपाथों) पर मिट्टी के दीपक (Earthen lamps) बेचने वाले कुम्हार व अन्य गरीब तबके के लोगों को भी आप से आशाएं हैं कि उनके घर में मिठाई तो ही जायगी जब आप उनसे दिये खरीदेंगे। Sadulshahar News
दीए जरूर इन छोटे छोटे लेकिन मेहनती हाथों से ही लेने चाहिए | Sadulshahar News
बेशक आम व धनाढ्य लोग खरीददारी भले ही बड़ी-बड़ी दुकान से खरीदकर लेना पर दीपोत्सव पर दीए जरूर इन छोटे छोटे लेकिन मेहनती हाथों से ही लेने चाहिए ताकि उनके घर भी दीपावली पर्व की खुशियां आएं। थडियों पर बैठे लोगों में से कोई फर्स्ट क्लास में है तो कोई थर्ड में पढ़ रहा है, पर परिवार के साथ कोई अपनी मां के साथ, तो कोई अपने पिता या दादा के साथ जिम्मेदारी निभा रहे है। जागरूक नागरिक प्रदीप झौर्ड, सेवानिवृत्त प्रधनाचार्य कृष्ण शर्मा, बीरबल राम यादव ने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि छोटी-छोटी खरीददारी इनको बड़ी बड़ी खुशियां देगी।
सादुलशहर बस स्टैंड के नजदीक रजीव चौक के फुटपाथों पर आज अनेकों गरीब वर्ग के लोग मिट्टी के दिये लगा कर बैठे हुए हैं, लेकिन अफसोस आज की तारीख में वो दीपकों की खरीदारी नही हुई जिनकी उम्मीद की जा रही थी। नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन प्रदीप खीचड़ ने भी आम जनता से अपील करते हुए कहा कि मिट्टी के दिये प्रदूषण से राहत भी देंगे व गरीब का चूल्हा भी जलेगा। Sadulshahar News