जाम की स्थिति से निपटने को बाइपास नए रूटों से निकलेंगी बसें
सरसा (सच कहूँ न्यूज)। शहर को जाम मुक्त बनाने के लिए प्रशासन ने कवायद तेज कर दिया है। इस संदर्भ में उपायुक्त अनीश यादव, पुलिस अधीक्षक डॉ. अर्पित जैन व उच्चाधिकारियों की बैठक हुई। शहर में जाम लगने का सबसे प्रमुख कारण बसों का शहर के भीतर से निकलना माना गया। इसके बाद फैसला लिया गया कि बसों को शहर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। शनिवार सुबह से बसों का संचालन शहर से बाईपास शुरू कर दिया। यातायात थाना प्रभारी बहादुर सिंह ने कहा कि बैठक में लिए गए फैसलों को लागू कर दिया गया है। अब बसें नए रूट के हिसाब से चल रही हैं। यदि कोई चालक नियमों की अवहेलना करेगा तो उस पर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। बस स्टेंड के पास नाका लगाया गया है। रोडवेज महाप्रबंधक से बातचीत भी की गई है।
ये रहेगा बस चालकों का नया रूट
बस चालकों को नया रूट दे दिया गया है। डबवाली व रानियां जाने वाली बसें बस स्टेंड से महाराणा प्रताप चौक, बरनाला रोड होते हुए निकलेंगी। इस तरह ऐलनाबाद जाने वाली बसें महाराणा प्रताप चौक से सदर थाना होते हुए चत्तरगढ़ पट्टी रोड से निकलेंगी। चोपटा क्षेत्र में जाने वाले बसे कंगनपुर रोड से सतनाम सिंह चौक होते हुए निकलेंगी। इस तरह से शहर में बसों का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित कर दिया गया है। जो भी चालक नियमों की अवहेलना करेगा उसका चालान करने के साथ-साथ वाहन को इंपाउंड करने की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
बसों के बदले गए रुट का किसानों ने किया विरोध
सरसा शहर में बसों को लेकर बदले गए रूट के विरोध में भारतीच किसान एकता ने शनिवार को उपायुक्त के नाम ज्ञापन सौंपा। भारतीय किसान एकता के प्रदेशाध्यक्ष लखविंद्र सिंह की अगुवाई में किसान लघु सचिवालय में एकत्रित हुए। ज्ञापन के माध्यम से लखविंद्र सिंह ने तहसीलदार को बताया कि टाउन पार्क के पास बस स्टैंड के समीप जो बस आती है, वह पूरा शहर कवर करती है। ग्रामीण क्षेत्र के लोग व स्कूल-कॉलेजों में पढने वाले विद्यार्थी भी यहीं से बस लेकर अपने घरों तक पहुंचते है। लेकिन गत दिवस आदेशानुसार इस क्षेत्र में बसों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई, जिससे आमजन को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
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