प्रशासन व मंडी अधिकारियों पर लगाए मनमानी के आरोप (Brokers and Farmers)
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अधिकारियों ने मौके पर पहुंच उठान कार्य शुरू करवाया
चरखी दादरी (सच कहूँ/इन्द्रवेश)। अनाज मंडी में कई दिनों से बाजरे की सरकारी खरीद बंद होने व बाजरा खरीद एजेंसियों द्वारा 1500 किसानों के टोकन काटे जाने के बाद भी खरीद नहीं करने से परेशान (Brokers and Farmers) आढ़तियों और किसानों के सब्र का बांध टूट गया। भड़के आढ़तियों व किसानों ने मार्केट कमेटी में बवाल काटते हुए रोष प्रदर्शन किया और मंडी गेट पर ताला जड़ दिया। साथ ही उन्होंने मंडी गेट पर धरना देते हुए प्रशासन व मंडी अधिकारी पर मनमानी के आरोप लगाए। इस दौरान किसान संगठन भी उनके समर्थन में उतरे। मौके पर पहुंचे एसडीएम ने उच्च अधिकारियों से बात कर आढ़तियों की उनकी मांगों पूरा करने का आश्वासन देते हुए खरीद एजेंसियों को तुरन्त खरीद व उठान का कार्य शुरू करने के आदेश जारी कर काम चालू करवाया।
खरीद एजेंसियों द्वारा नहीं की जा रही खरीद
दादरी अनाजमंडी प्रधान रामकुमार रिटोलिया की अगुवाई में आढ़ती व किसान रोष मीटिंग करते हुए अनाजमंडी स्थित मार्केट कमेटी कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने काफी देर तक बवाल काटा और प्रशासन के साथ-साथ मंडी अधिकारियों पर मनमानी के आरोप लगाए। मंडी प्रधान ने बताया कि 13 नवम्बर से बाजरे की सरकारी खरीद बंद है, लेकिन इस दौरान लगभग 1500 किसानों के टोकन कटने के बाद भी खरीद एजेंसियों द्वारा उनकी खरीद नहीं की गई। किसानों की बाजरे की फसल बाहर खुले में पड़ी हुई है। जिसको लेकर कई बार अधिकारियों से मिल चुके हैं, लेकिन समस्या को कोई हल नहीं हुआ। जिसको लेकर आढ़तियों व किसानों ने मार्केट कमेटी के सामने बवाल काटा और गेट पर प्रशासन व सरकार के खिलाफ रोष-प्रदर्शन करते हुए मंडी गेटों पर ताला जड़ दिया।
वहीं कपास को लेकर भी किसानों ने रोष जताया। इस दौरान आढ़तियों व किसानों ने अधिकारियों पर मिलीभगत के आरोप भी लगाए। किसान संगठन भी जगबीर घसोला की अगुवाई में धरनास्थल पर पहुंचे और प्रशासन के साथ-साथ मंडी अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर गुस्सा जाहिर किया। मौके पर पहुंचे एसडीएम विरेन्द्र सिंह ने आढ़तियों व किसानों से बात कर उनकी समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया और बाजरे की खरीद एजेंसियों को तुरन्त काम शुरू करने का आदेश दिया। आगे किसानों को किसी प्रकार की समस्या नहीं हो, इसके लिए रूपरेखा तैयार कर दी जाएगी। जिसके बाद मंडी के दोनों गेटों को खोला गया। इस दौरान एसडीएम ने मार्केट सचिव से बात कर जांच की।
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