बठिंडा(अशोक वर्मा)। राजनैतिक उद्घाटन के लिए डबवाली रोड पर सिरसा रेलवे क्रॉसिंग पर बना फ्लाईओवर चार दिन बाद फिर से बंद कर दिया गया है। हालांकि इस फ्लाईओवर के शुरु होने से यातायात को राहत की सांस मिली थी परंतु अब समूह भार मुलतानिया पुल पर आ गया है जोकि पहले ही खस्ताहालत में है। तीन दिन पहले ही लोक निर्माण मंत्री विजय इंद्र सिंगला ने बठिंडा मानसा रोड पर भाई बखतौर के पास बना रेलवे फ्लाईओवर आम लोगों को समर्पित किया था।
बताया जाता है कि सिंगला उस दिन बठिंडा-डबवाली फाटक पर आते रेलवे फाटक की रुकावट खत्म करते फ्लाईओवर चलाने को कह गए थे। आज काफी संख्या में बसें व अन्य वाहनों को फ्लाईओवर नजदीक से होकर वापिस लौटना पड़ा है।
प्राईवेट बस चालकों और सरकारी बसें के चालकों ने पुल बंद करने को निंदनीय करार दिया है प्राईवेट बस चालक बिक्कर सिंह ने कहा कि बड़ी मुश्किल से राहत मिली थी परंतु वही परेशानियों फिर से खड़ी हो गई हैं। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारी राजनैतिक लोगों को पूछ कर ही पुल चलाते तो दोबारा बंद करने की नौबत नहीं आनी थी।
उन्होंने कहा कि सरकार बेशक उद्घाटन समारोह जब मर्जी रख ले परंतु पुल को चालू रखे, जिससे यातायात को कोई समस्या न पैदा हो।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने बठिंडा-डबवाली राष्ट्रीय सड़क मार्ग के नम्बर एक्स्टेशन को तबदील कर अब राष्ट्रीय मार्ग-54 बना दिया है जो अमृतसर बठिंडा-डबवाली है। बठिंडा-भीखी सड़क मार्ग को भी राष्ट्रीय हाईवे घोषित कर दिया गया है। यह दोनों सड़कें गुग्गल मैपिंग के दायरे नीचे आने के कारण भी यातायात में विस्तार दर्ज किया गया है। बढ़े ट्रैफिक के कारण बंद हुए फ्लाईओवर को लेकर इस मैपिंग के सहारे सफर करन वाले वाहन चालक ओर भी परेशान हो गए हैं।
सुनाम की तरफ से आने वाले टैक्सी चालक रमेश कुमार ने बताया कि वह फ्लाईओवर से लौट कर शहर की तरफ आए हैं उन्होंने बताया कि ट्रैफिक पुलिस ने उनको मुलतानिया पुल का रास्ता समझा दिया परंतु बेगाना शहर व भाषा समझ में न आने के कारण उनको काफी समस्या आई है। उन्होंने बताया कि गुग्गल मेप ट्रैफिक में रुकावट दिखा रहा था परन्तु रास्ता साफ होने के कारण वह पुल तक चले गए जहां से वह अब शहर में आया है इस तरह ही ओर भी कई मुश्किलों की बात कई ट्रक चालकों ने की है।
काफी समय पहले जब बठिंडा-डबवाली सड़क पर मिल्क प्लांट समीप फ्लाईओवर बना था तो तब भी नजदीक-नजदीक पड़ते दोनों रेल फाटकों और एक ही रेलवे पुल बनाने की योजना थी। सूत्र कहते हैं कि तब अकाली-भाजपा सरकार की ओर से राजनैतिक प्रभाव के कारण इस योजना पर रोक लगा दी गई थी।
उस समय सिर्फ मिल्क प्लांट नजदीक के रेल फाटक पर ओवर ब्रिज बनाया गया था। इस कारण कई वर्ष हर तरह के वाहन चालक फाटक के बंद रहने का दर्द सहते आ रहे थे। इस सड़क के राष्ट्रीय मार्ग बनने के बाद फ्लाईओवर बनाने की जरूरत महसूस की गई थी। निर्माण कार्य मुकम्मल होने उपरांत तीन चार दिन पहले फ्लाईओवर के द्वारा बहाल हुई यातायात को लगे रुकावटों ने आम लोगों के लिए नया संकट पैदा कर दिया है।
बकाया पड़े कामों के कारण रोका यातायात: एक्सईयन
लोक निर्माण विभाग (सैंट्रल वर्कस डिवीजन) के कार्यकारी इंजनियर मन्द्र सिंह रोमाना ने कहा कि फ्लाईओवर सिर्फ ट्रायल के तौर पर चलाया गया था व यातायात बंद करने का उद्देश्य पुल का बाकी पड़ा कुछ काम मुकम्मल करना है। उन्होंने कहा कि राजनैतिक उद्घाटन वाली बात सही नहीं है बल्कि मौजूदा सरकार ने उद्घाटन करने बंद किए हुए हैं जब उन का ध्यान भाई बखतौर फ्लाईओवर के उद्घाटन की तरफ दिलाया तो उन्होंने कहा कि वह तो मंत्री रस्म पूरी कर गए हैं उन्होंने कहा कि एक हफ्ते के अंदर अंदर पुल दोबारा शुरु कर दिया जाएगा।
सुविधाएं व राजनीति जायज नहीं: बहल
ज्वार्इंट एक्शन समिति बठिंडा के कनवीनर एडवोकेट एमएम बहल ने बठिंडा प्रशासन से बठिंडा-डबवाली फ्लाईओवर तत्काल तौर पर खोलने की मांग की है। बहल ने कहा थी कि राजनीति आम आदमी की सुविधा के लिए की जानी चाहिए। सुविधाएं व राजनीति को किसी भी पक्ष से सही नहीं है।
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