पुलिस थाना राजगढ़ में जांबाज पुलिस ऑफिसर स्व. विष्णु दत्त विश्नोई की मनाई चौथी पुण्य तिथि

राजगढ थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी विष्णुदत्त विश्रोई के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धाजंलि देते पुलिस थाना राजगढ के थानाधिकारी पुष्पेन्द्र सिंह झाझडिय़ां व स्टाफ

सादुलपुर, (ओम प्रकाश)। प्रदेश की पुलिस में ईमानदारी का सिंघम बने तत्कालिन राजगढ थाने के थानाप्रभारी स्व. विष्णुदत्त बिश्नोई की चौथी पुण्यतिथि पर गुरूवार को पुलिस थाना राजगढ के थानाधिकारी पुष्पेन्द्र सिंह झाझडिय़ां के नेतृत्व में पुलिस थाना राजगढ के स्टाफ सदस्यों ने स्व. विष्णु दत्त विश्नोई के चित्र के सामने पुष्प अर्पित कर दो मिनट का मौन रख कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर थानाधिकारी पुष्पेन्द्र सिंह झाझडिय़ां ने स्वर्गीय विष्णु दत्त विश्नोई के जीवन पर प्रकाश डाला।

गौरतलब है कि 23 मई 2020 शनिवार अलसुबह तत्कालीन राजगढ थाना प्रभारी स्वर्गीय विष्णुदत्त बिश्रोई ने अपने सरकारी क्वार्टर में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली थी। तथा घटना का पता सुबह काफी देर तक क्वार्टर से बाहर नहीं आने पर स्टॉफ ने अंदर झांककर देखा तो वे फंदे पर झूल रहे थे, तब पता चला था। हांलाकि स्व. विष्णुदत्त बिश्नोई द्वारा आत्महत्या करने की खबर आग की तरह फैल गई थी और शहर के व्यापारियों ने बाजार बंद कर दिए और थाने के सामने धरना प्रदर्शन भी चला था। जिस पर प्रकरण की सीआईडी व सीबीआई जांच भी हुई, मगर आमजन में चर्चा के अनुसार उनकी आत्महत्या के कारणों का खुलाशा नहीं हो पाया।

हांलाकि उसी दौरान चूरू जिले के सादुलपुर में राजेंद्र गढ़वाल की अज्ञात बदमाशों ने गैंगवार में गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसमें वे शुक्रवार रात तक गैंगवार का खुलासा करने के लिए उक्त हत्या के केस में अनुसंधान में जुटे हुए थे। लेकिन शुक्रवार देर रात वे थाना परिसर में बने क्वार्टर में पहुंचे। जहां फंदा लगाकर जान दे दी थी। खुदकुशी से एक दिन पहले इंस्पेक्टर विष्णु दत्त ने अपने परिचित सोशल एक्टिविस्ट एडवोकेट गोरधन सिंह से व्हाट्सएप पर चेटिंग की थी। जिसमें लिखा था राजगढ़ में उन्हें गंदी राजनीति के भंवर में फंसाने की कोशिश हो रही है। ऐसे में वह अब स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन करने वाले है। यहां के ऑफिसर बहुत कमजोर है।

इस व्हाट्सएप चेटिंग के स्क्रीन शॉट भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो गए थे। तथा सुसाईड नोट अपनी मौत पर किसी को भी जिम्मेदार नहीं मानकर प्रेसर नहीं झेल पाने का जिक्र किया था। लेकिन एडवोकेट गोरधन सिंह ने आरोप लगाया था कि विष्णुदत्त ने दबाव में आकर आत्महत्या की है, जिसकी जांच की जानी चाहिए। गौरतलब है कि स्व. विष्णुदत्त विश्रोई एक तेज तर्रार, दबंग व ईमानदार अफसर थे।

पुलिस महकमे में सामाजिक नवाचारों को लेकर उनकी कार्यप्रणाली खासी चचार्ओं में रहती थी। उनकी लोकप्रियता का इसी से पता चलता है कि सोशल मीडिया पर उनके हजारों की संख्या में फॉलोवर थे। इस पर वे पुलिस व पब्लिक के बीच न्याय स्तंभ का काम चलाते थे। इस महकमे में विष्णुदत्त विश्रोई की एक ईमानदार छवि थी। वे करीब 13 थानों की कायापलट कर चुके थे। वे मूल रुप से श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर तहसील के लुनेवाला गाँव के रहने वाले थे। तथा वर्ष 1997 में पुलिस विभाग में सबइंस्पेक्टर भर्ती हुए थे। Sadulpur News

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