फसलों की क्षति, जनहानि, पशु एवं मकान हानि पर दी जा रही राहत राशि
- राहत कार्य में लगे सभी अधिकारियों व कर्मचारियों से आपदा की घड़ी में सरकार का साथ देने की अपील
चंडीगढ़ (सच कहूँ/अश्वनी चावला)। पंजाब के राजस्व, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा (Brahm Shankar Jimpa) ने वीरवार को कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जारी नियमों के अनुसार बाढ़ पीड़ितों को राहत राशि वितरण की प्रक्रिया और तेज कर दी गई है। Chandigarh News
जिम्पा ने आज यहां बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान चाहते है कि अलग-अलग मदों के अंतर्गत राहत राशि बढ़ाई जाये, लेकिन केंद्र सरकार की ओर से अनुमति नहीं मिली इसलिए अब जिला स्तर पर राहत राशि वितरण का कार्य तेज कर दिया है। उन्होंने बताया कि फसलों के नुकसान सम्बन्धी तैयार रिपोर्टे अभी प्राप्त नहीं हुई हैं। Chandigarh News
उन्होंने बताया कि जहाँ-जहाँ से गिरदावरी रिपोर्ट मिल रही है, उन जिलों में राहत राशि वितरित की जा रही है। सरकार ने 16 जिलों को करीब 186.12 करोड़ रुपए की राशि 21 अगस्त को जारी की थी। इस राशि में से 30 अगस्त तक 6.78 करोड़ से अधिक वितरित किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार ने धान की खराब हुई पनीरी का लगभग 6,800 रुपए प्रति एकड़ का मुआवजा दिया है।
मंत्री ने बताया कि बाढ़ के दौरान राज्य में 68 लोगों की मौत हुई थी। इनमें से 62 लोगों के परिवार के सदस्यों को प्रत्येक को चार लाख रुपए की राशि दी जा चुकी है। इसी तरह अलग-अलग जिलों में कुल 545 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। इनमें से करीब 306 घरों को लगभग 1.20 लाख रुपए मुआवजा राशि दी जा चुकी है। इसके अलावा, 3,752 मामूली क्षतिग्रस्त हुए घरों में से करीब 2,514 घरों को मुआवजा राशि दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि पशुधन के नुकसान की पूर्ति के लिए भी मुआवजा राशि दी जा रही है। बाढ़ के कारण राज्य में कुल 155 भैंसों-गायों की मौत हुई, इनमें से 99 पशुओं के लिए प्रत्येक को करीब 37,500 रुपए का मुआवजा दे दिया गया है। Chandigarh News
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