हरियाणा मुक्त विद्यालय सैकेण्डरी व सीनियर सैकेंडरी परीक्षा परिणाम घोषित
- सैकेण्डरी ओपन स्कूल (फ्रैश) परीक्षा का परिणाम रहा 11.84
- सीनियर सैकेण्डरी ओपन स्कूल (फ्रैश) परीक्षा का परिणाम रहा 22.53
भिवानी (सच कहूँ/इन्द्रवेश)। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा प्रदेशभर में संचालित हरियाणा मुक्त विद्यालय परीक्षा मार्च-2019 की सैकेण्डरी एवं सीनियर सैकेंडरी की परीक्षा परिणाम मंगलवार को घोषित किया गया। परीक्षार्थी अपना परीक्षा परिणाम बोर्ड की वेबसाईट व मोबाईल एप के माध्यम से देख सकते हैं। परीक्षा परिणाम की जानकारी देते हुए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह एवं सचिव राजीव प्रसाद ने बताया कि सैकेण्डरी ओपन स्कूल (फ्रैश) मार्च-2019 की परीक्षा का परिणाम 11.84 फीसदी तथा सैकेंडरी ओपन स्कूल (एस.टी.सी./सी.टी.पी.) मार्च-2019 की परीक्षा का परिणाम 26.72 फीसदी रहा है। वही सीनियर सैकेण्डरी ओपन स्कूल (फ्रैश) मार्च-2019 की परीक्षा का परिणाम 22.53 फीसदी तथा सीनियर सैकेण्डरी ओपन स्कूल (एस.टी.सी./सी.टी.पी.) मार्च-2019 की परीक्षा का परिणाम 34.97 फीसदी रहा है।
सैकेंडरी में 18659 ने दी थी परीक्षा, 2210 पास
बोर्ड चेयरमैन एवं सचिव ने बताया कि सैकेण्डरी ओपन स्कूल (फ्रैश) की परीक्षा में 18 हजार 659 परीक्षार्थी प्रविष्ठ हुए थे, जिनमें से 2210 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए तथा 16 हजार 449 परीक्षार्थियों की एसटीसी. आई है। उन्होंने बताया कि इस परीक्षा में 13 हजार 240 लड़के बैठे थे, जिनमें से 1613 पास हुए, इनकी पास प्रतिशतता 12.18 रही है, जबकि 5 हजार 419 प्रविष्ठ लड़कियों में से 597 पास हुई, इनकी पास प्रतिशतता 11.02 रही है। उन्होंने बताया कि इस परीक्षा में लड़कों ने लड़कियों की अपेक्षा पास प्रतिशतता में 1.16 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है तथा ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 12.88 रही है, जबकि शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 8.87 रही है।
वही सैकेण्डरी ओपन स्कूल (सी.टी.पी./एस.टी.सी.) की परीक्षा में 72 हजार 748 परीक्षार्थी प्रविष्ठ हुए थे, जिनमें से 19 हजार 439 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए तथा 53 हजार 309 परीक्षार्थियों की एसटीसी. आई है। उन्होंने बताया कि लड़कियों ने लड़कों की अपेक्षा पास प्रतिशतता में 1.92 प्रतिशत की बढ़ोतरी अर्जित की है तथा ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 26.56 रही है, जबकि शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 27.22 रही है।
सीनियर सैकेंडरी में 26392 में से 5946 ही पास
बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि सीनियर सैकेण्डरी ओपन स्कूल (फ्रैश) की परीक्षा में 26 हजार 392 परीक्षार्थी प्रविष्ठ हुए थे, जिनमें से 5946 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए तथा 20 हजार 446 परीक्षार्थियों की एसटीसी. आई है। इस परीक्षा में 17 हजार 827 लड़के बैठे थे, जिनमें से 3 हजार 492 पास हुए, इनकी पास प्रतिशतता 19.59 रही है, जबकि 8 हजार 564 प्रविष्ठ लड़कियों में से 2 हजार 453 पास हुई, इनकी पास प्रतिशतता 28.64 रही है।
उन्होंने बताया कि इस परीक्षा में लड़कियों ने लड़कों ने की अपेक्षा पास प्रतिशतता में 9.05 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की है तथा ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 22.15 रही है, जबकि शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 23.43 रही है। वहीं सीनियर सैकेण्डरी ओपन स्कूल (सी.टी.पी./एस.टी.सी.) की परीक्षा में 31 हजार 092 परीक्षार्थी प्रविष्ठ हुए थे, जिनमें से 10 हजार 873 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए तथा 20 हजार 219 परीक्षार्थियों की एसटीसी आई है। उन्होंने बताया कि लड़कियों ने लड़कों की अपेक्षा पास प्रतिशतता में 5.05 प्रतिशत की बढ़ोतरी अर्जित की है तथा ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 34.83 रही है, जबकि शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 35.37 रही है।
पिछले वर्ष से हुआ थोड़ा सुधार
चेयरमैन ने बताया कि गत वर्ष सैकेण्डरी ओपन स्कूल (फ्रैश) मार्च-2018 की परीक्षा का परिणाम 11.23 फीसदी तथा सैकेण्डरी ओपन स्कूल (एस.टी.सी./सी.टी.पी.) मार्च-2018 की परीक्षा का परिणाम 21.79 फीसदी रहा था। वही बताया कि गत वर्ष सीनियर सैकेण्डरी ओपन स्कूल (फ्रैश) मार्च-2018 की परीक्षा का परिणाम 21.56 फीसदी तथा सीनियर सैकेण्डरी ओपन स्कूल (एस.टी.सी./सी.टी.पी.) मार्च-2018 की परीक्षा का परिणाम 22.78 फीसदी रहा था।
पुर्न मूल्यांकन के लिए 20 दिन तक कर सकते हैं आवेदन
सचिव ने बताया कि इन परीक्षा परिणामों के आधार पर जो परीक्षार्थी अपनी उत्तरपुस्तिकाओं की पुन: जांच अथवा पुनर्मूल्यांकन करवाना चाहते हैं तो वे आनलाईन आवेदन कर सकते हैं। पुन: जाँच/पुनर्मूल्यांकन निर्धारित शुल्क सहित परिणाम घोषित होने की तिथि से 20 दिन तक आॅनलाईन आवेदन कर सकते हैं।