जिले में रहा प्रथम, राज्य स्तरीय प्रतियोगिता की लिस्ट से नाम आउट
- कुरुक्षेत्र में आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने वाला था हिमांशु
ओढां। (सच कहूँ/राजू) जिला स्तर पर प्रथम रहने वाले गांव नुहियांवाली निवासी बॉक्सिंग खिलाड़ी को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता से बाहर कर दिया गया। इस मामले में सीएम विंडो पर शिकायत भेजकर जांच की मांग की गई है। दरअसल नुहियांवाली निवासी बॉक्सिंग खिलाड़ी हिमांशु वर्मा ने बीती 16 सितंबर को संतनगर में आयोजित जिला स्तरीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल किया था। जिसके बाद उसका चयन राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए हो गया। हिमांशु को 19 सितंबर को कुरुक्षेत्र में आयोजित होने वाली 3 दिवसीय राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेना था। इसके लिए उसने दिन-रात कड़ी मेहनत की। हिमांशु ने इस प्रतियोगिता के लिए अपने दस्तावेज खेल विभाग के सहायक शिक्षा अधिकारी (एईओ) अनिल कुमार के पास जमा करवा दिए। तय समय पर हिमांशु अन्य खिलाड़ियों के साथ कुरुक्षेत्र पहुंच गया। जहां उसके दस्तावेजों के अलावा शारीरिक जांच हुई तो वह सभी में खरा पाया गया। लेकिन जब खेल में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट ओपन की गई तो उसमें हिमांशु का नाम नहीं था। जिसके बाद उसने एईओ व अन्य सभी से इस बारे पूछा तो किसी ने भी संतुष्टिजनक जवाब नहीं दिया। लिस्ट में नाम न आने के चलते हिमांशु राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने से वंचित रह गया।
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पिता बोले, बेटे के सपनों पर फिर गया पानी
इस बारे हिमांशु के पिता राजपाल वर्मा ने आयोजकों व अन्य से बात की तो उन्होंने इस बारे कोई
संतोषजनक जवाब नहीं दिया। वहीं इस प्रतियोगिता मेंं भाग न ले पाने के बाद मायूस हिमांशु का न केवल मनोबल टूट चुका है बल्कि उसकी कड़ी मेहनत पर भी पानी फिर गया। हिमांशु के पिता राजपाल ने बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए उसका बेटा पिछले लंबे समय से तैयारियों में लगा हुआ था। उसके बेटे को बिना किसी कारण के प्रतियोगिता से बाहर कर उसके साथ अन्याय किया गया है। राजपाल ने इस मामले को लेकर सीएम विंडो में शिकायत भेजते हुए जांच की मांग उठाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
‘‘जिला से बॉक्सिंग के करीब 56 खिलाड़ी कुरुक्षेत्र गए थे। हिमांशु जिला स्तर पर प्रथम था। सभी खिलाड़ियों का वहां पर वजन लिखा गया। लेकिन हिमांशु ने वजन नहीं करवाया। दूसरे दिन सुबह फिर से वजन किया गया, लेकिन उसमेंं भी हिमांशु मौके पर मौजूद नहीं रहा। जिसके बाद मेरे पास दोपहर को इस विषय में शिकायत आई। जिसके बाद मैंने वहां के एईओ से भी 2 बार फोन पर बात की कि किसी तरह वजन दोबारा किया जाए, लेकिन तब तक खेल की टाई डाल दी गई थी। जिसके चलते वजन होना संभव नहीं था। जब वहां के इंचार्ज ने सभी खिलाड़ियों का वजन करवाया तो हिमांशु को भी अपना वजन करवाना चाहिए था। हमारे लिए सभी खिलाड़ी एक समान है।
-अनिल कुमार, सहायक शिक्षा अधिकारी (खेल विभाग)
‘‘मैंने अन्य खिलाड़ियों के साथ अपना बाकायदा वजन करवाया था। मेरा वजन करीब 51 किलोग्राम आया था। वजन आयोजक कमेटी को लिखना चाहिए था। लेकिन क्यों नहीं लिखा गया, इस बारे मुझे भी पता नहीं। मुझे उस समय पता चला जब सुबह खिलाड़ियों की लिस्ट आई। लिस्ट में मेरे साथ वजन करवाने वाले सभी खिलाड़ियों का नाम थे, लेकिन मेरा नाम नहीं था। मेरे सभी दस्तावेज भी पूरे थे।
-हिमांशु वर्मा, खिलाड़ी।
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