जींद ( सचकहूँ / कुलदीप नैन) जीते जी रक्तदान तो मरणोंपरांत नेत्रदान व देहदान कर डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी समाज में मानवता की अनुकरणीय मिसाल पेश कर रहे है। इसी कड़ी में एक होर नाम ब्लॉक जींद के गांव रूपगढ़ की 72 वर्षीय सावित्री इन्सां पत्नी श्री बरथु राम का शामिल हो गया। पिछले कुछ दिनों से खराब स्वास्थ व वृद्धावस्था के चलते माता सावित्री इन्सां 24 दिसंबर 2022 को दोपहर 1 बजे अपनी संवांसों रूपी पूंजी पूर्ण कर कुल मालिक के चरणों में जा बिराजी।
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उनके पुत्र बसेराम इन्सां ने बताया की उनकी माता सावित्री इन्सां ने अपने जीते जी मरणोपरांत शरीरदान का फार्म भरा था। इसलिए उनकी अंतिम इच्छा को पूर्ण करते तथा पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा पर चलते हुए डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाए जा रहे 147 मानवता भलाई के कार्यों में से 13वें कार्य अमर सेवा (चिक्तिसा व शोध कार्यों के लिए मरणोंपरांत शरीरदान) के तहत उनका शरीर मैडिकल शोध के लिए संतोष मेडिकल कॉलेज प्रताप बिहार, सेक्टर 12 गाजियाबाद उत्तरप्रदेश को दान किया गया।
उनकी अंतिम यात्रा के समय ब्लॉक भंगीदास धरपाल इन्सां ने परिजनों व साध संगत के साथ विनती भजन बोलकर व माता सावित्री इन्सां अमर रहे के नारे लागाकर पूरे सम्मान के साथ गांव के बाहर तक उन्हे विदा किया गया। इस मौके पर ब्लॉक सुनील 15 मेंबर अशोक लोहट, विकास इन्सां, सुरेश इन्सां, जगमाल इन्सां, प्रेम बंसल इन्सां, करमसिंह इन्सां, श्रीराम इन्सां, परवीन इन्सां, चन्दन बिष्ट इन्सां सहित शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफैयर फोर्स विंग व अन्य सभी समितियों के सदस्य, परिजन, ग्रामीण तथा साथ साध संगत ने उन्हे सल्यूट कर चिक्तिसा शोध हेतू विदा किया।
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