सेवादारों ने फूलों से सजी एम्बूलैंस में पार्थिव देह को किया रवाना
- गांव कोट शमीर के दूसरे और ब्लॉक के 58वें शरीरदानी बने जंगीर सिंह इन्सां
पक्का कलां/बठिंडा। (सच कहूँ/पुशपिन्द्र सिंह) डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए ब्लॉक रामां नसीबपुरा के गांव कोट शमीर में जंगीर सिंह इन्सां ने गांव के दूसरे और ब्लॉक के 58वें शरीरदानी होने का गौरव हासिल किया। जंगीर सिंह इन्सां अपनी स्वासों रूपी पूंजी पूरी कर कुल मालिक के चरण कमलों में सचखंड जा बिराजे। उनके परिजनों ने उनकी तरफ से जीते-जी किए गए मरणोंपरांत शरीरदान के किए गए प्रण को पूरा करते पार्थिव देह को मेडिकल रिसर्च के लिए दान कर दिया। इस संबंधी जानकारी देते हुए गांव के भंगीदास प्रिंस इन्सां ने बताया कि शरीरदानी जंगीर सिंह इन्सां ने लगभग 45 साल पहले पूजनीय परम पिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज से नाम की अनमोल दात प्राप्त की और तब से ही मानवता की सेवा में जुट गए। उन्होंने पहले श्री गुरूसर मोडिया में सेवा की और फिर नामचर्चा घर जस्सी बागवाली और नसीबपुरा में सेवाएं निभाई।
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उन्होंने डेरा सच्चा सौदा की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए मरणोंपरांत शरीरदान करने के फार्म भरे हुए थे। उनके इस प्रण को पूरा करते उनके बेटे जसकरन सिंह इन्सां ने केडी कॉलेज और रिसर्च सैंटर मथुरा उत्तर प्रदेश को शरीदान कर इन्सानियत का फर्ज निभाया। डेरा सच्चा सौदा की पावन शिक्षा बेटा-बेटी एक समान पर चलते हुए जंगीर सिंह इन्सां की पुत्रवधु जसविन्दर कौर इन्सां, पौत्रियां अमरप्रीत कौर इन्सां, चरनप्रीत कौर इन्सां, पौत्र कुलविन्दर सिंह इन्सां ने अर्थी को कंधा दिया और फूलों से सजी एम्बूलैंस को ‘जंगीर सिंह इन्सां अमर रहे’ के नारे लगाकर गांव की मेन सड़क से पार्थिव देह को लेजाने वाली गाड़ी को रवाना किया। इस मौके 15 मैंबर गुरप्रीत सिंह इन्सां, गुरचरन सिंह इन्सां, मलकीत सिंह इन्सां, हरजीत सिंह इन्सां, गांवों-शहरों के भंगीदास, रिश्तेदार, बहन-भाई, शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग के बहन-भाई और बड़ी संख्या में नगरवासी उपस्थित थे।
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