लेकर कहां कुछ वापिस जाना, ये शरीर भी अब दान है…
- आदेश इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च बठिंडा पंजाब को दान किया गया | Body Donation
धनौरी (सच कहूं/कुलदीप नैन)। Dhanauri News: लेकर कहां कुछ वापिस जाना, ये शरीर भी अब दान है…। डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी 167 मानवता भलाई कार्यों में शामिल ‘अमर सेवा’ मुहिम के तहत इस वाक्य को वास्तविक अर्थों में चरितार्थ कर रहे हैं। इसी के अंतर्गत सोमवार को ब्लॉक धनौरी के गांव दाता सिह वाला निवासी गुरनैब इन्सां (63 वर्ष) का नाम भी देहदानियों की सूची में शामिल हो गया। गुरनैब इन्सां ब्लॉक धनौरी के 5वे और गांव दाता सिह वाला के दूसरे शरीर दानी बने। उनके पार्थिव शरीर को आदेश इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च बठिंडा पंजाब को दान किया गया। Body Donation
परिजनो ने बताया कि गुरनैब इन्सां सोमवार दोपहर करीब 12 बजे अपनी सांसारिक यात्रा पूरी कर कुल मालिक के चरणों में सचखंड जा विराजे। जिसके पश्चात स्वजनों ने ब्लॉक धनौरी की डेरा कमेटी से संपर्क कर सचखंडवासी की अंतिम ख्वाहिश को पूरा करते हुए उनका मृत शरीर मेडिकल शोध कार्यों के लिए बठिंडा स्थित आदेश इंस्टीट्यूट को दान कर दिया। इससे पूर्व सचखंड वासी के आवास से ‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ का इलाही नारा व अरदास का शब्द बोलकर शरीरदानी गुरनैब इन्सां का शव फूलों से सजी एंबुलेंस में रखा गया। इसके पश्चात उपस्थित शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सेवादार बहन-भाइयों ने ‘‘शरीरदानी गुरनैब इन्सां अमर रहे’’ के गगनभेदी नारे लगाते हुए उनके आवास से एमएसजी डेरा सच्चा सौदा व मानवता भलाई केंद्र दाता सिंह वाला तक उनकी शव यात्रा निकाली। बाद में मानवता भलाई केंद्र से साध-संगत ने नम आंखों से उन्हें मेडिकल कॉलेज के लिए रुखसत किया।
इस मौके पर शरीरदानी के परिजनों, सगे सबंधियों सहित सैकड़ों की संख्या शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर संगठन के सेवादार भाई-बहन, साध संगत और ग्रामीण मौजूद रहे।
बेटी व पुत्रवधु दिया अर्थी को कंधा | Body Donation
वहीं अंतिम विदाई के समय डेरा सच्चा सौदा की बेटा बेटी एक समान मुहिम का अनुसरण करते हुए शरीरदानी गुरनैब इंसा की पुत्री मीत इंसा और पुत्रवधू संदीप कौर ने अर्थी को कंधा दिया। इस पहल को गली व मोहल्लावासियों ने समाज में बदलाव के लिए अनुकरणीय मिसाल बताया।
डेरा सच्चा सौदा की अमर सेवा मुहिम के तहत गुरनैब इंसा का परिजनो की इच्छानुसार शरीरदान (Body Donation) किया गया है। ब्लॉक धनौरी से ये पांचवा और गांव दाता सिह वाला से दूसरा शरीरदान है। साध संगत लगातार पूज्य गुरु जी की प्रेरणा से मानवता भलाई कार्य को कर रही है।
-वजीर इंसा, 85 मेंबर हरियाणा।
हमारा पूरा परिवार डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा हुआ है। आज मेरे पिता जी चोला छोड़ गए। उन्होंने शरीरदान करने का प्रण लिया हुआ था। उनकी अंतिम इच्छा को पूरा करते हुए आज पूरे परिवार ने उनका शरीर दान किया। ये सब पूज्य गुरु एमएसजी की प्रेरणा से ही संभव हुआ है।
सतगुरु इंसा, पुत्र, शरीरदानी गुरनैब
यह भी पढ़ें:– Rajasthan CET Exam: शुरू हो रही है ‘सीईटी’ परीक्षा, तीन दिन होगी