श्री अन्नपूर्णा आध्यात्मिक सेवा समिति ने बढ़ाए हाथ
हनुमानगढ़। खुले आसमान के नीचे सर्द रातें गुजारने वाले बेसहारा नागरिकों की मदद के लिए श्री अन्नपूर्णा आध्यात्मिक सेवा समिति ने हाथ बढ़ाए हैं। समिति सदस्यों की ओर से बुधवार रात्रि को जंक्शन शहर के फुटपाथ, रेलवे ओवरब्रिज, रेलवे स्टेशन बाउंड्री वॉल, बस स्टैंड सहित अन्य जगहों पर खुले में सो रहे नागरिकों को कंबल वितरण किए गए। बस स्टैंड में संचालित रैन बसेरे में आश्रय पाने वाले जरूरतमंद महिलाओं और पुरुषों को भी सर्दी से बचाने के लिए कंबल का वितरण किया गया। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम हनुमानगढ़ आगार के मुख्य प्रबंधक राकेश राय, स्टेशन अधीक्षक नगेंद्र प्रताप सिंह व उप स्टेशन अधीक्षक सुरेश खुडिय़ा भी इस दौरान मौजूद रहे। इस मौके पर समिति सचिव प्रदीप पाल ने कहा कि मनुष्य के जीवन की सार्थकता तब है, जब वह गरीब और असहायों की सेवा करे।
मानव जीवन का यही सबसे बड़ा कर्तव्य है। जो लोग ऐसा करते हैं, वे इंसानियत की मिसाल पेश करते हैं। समाज में आपसी भाइचारे के लिए समाज के अग्रणी व प्रतिष्ठित लोगों को सदैव आगे रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बात की खुशी है कि हमारी समिति इस कार्य में अपना योगदान दे रही है। इस क्रम में खुले आसमान के नीचे गुजर-बसर करने वाले दर्जनों बेसहारा नागरिकों को कंबल वितरण करने का अभियान हाथ में लिया है। समिति सदस्य मकबूल खान ने बताया कि दानदाताओं के सहयोग से प्रथम चरण में करीब 100 कंबल वितरित किए जा रहे हैं। समिति की ओर से जंक्शन और टाउन शहर में खुले आसमान में गुजर-बसर करने वाले बेसहारा नागरिकों को चिह्नित कर कड़ाके की ठंड से बचाने के लिए कंबल का वितरण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में ठंड का प्रकोप और बढऩे की संभावना है। समिति की ओर से दानदाताओं के सहयोग से भविष्य में जरूरतमंदों को गर्म वस्त्रों का वितरण किया जाएगा। उन्होंने भी कहा कि मानव सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है। इसलिए उन असहाय व निर्धन लोगों के बीच कंबल का वितरण किया जा रहा है। जिनके पास इस कंपकंपाती ठंड में भी तन ढकने के लिए सही से कपड़े नहीं रहते हैं। ऐसा कर खुद को आत्मसंतुष्टि मिलती है, क्योंकि साधन सम्पन्न लोग तो अपने संसाधनों से गर्म कपड़े जुटा लेते हैं। लेकिन गरीब तबके के लिए एक अदद कंबल खरीदने के लिए काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। स्टेशन अधीक्षक नगेंद्र प्रताप सिंह व उप स्टेशन अधीक्षक सुरेश खुडिय़ा ने कहा कि जरुरतमंद, गरीब व लाचार व्यक्ति के लिए कड़ाके की सर्दी में कंबल एक सेतु का कार्य करता है।
कड़ाके की ठंड में गरीबों का सहारा बनकर उनकी मदद करने से बढ़कर कोई परोपकार का कार्य नहीं है। ऐसे कार्य के लिए और लोगों को भी आगे आने की जरुरत है। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम हनुमानगढ़ आगार के मुख्य प्रबंधक राकेश राय ने कहा कि समिति ने कंबल वितरण कर खुले आसमान के नीचे रात गुजारते बेसहारा लोगों को यह एहसास दिलाया है कि समाज में मानवता खत्म नहीं हुई है। इस मौके पर उपसरपंच मकबूल मोहम्मद, गुलाम रसूल, फरदीन मोहम्मद, लखवीर सिंह के अलावा श्री छठ पूजा समिति, श्री अन्नपूर्णा आध्यात्मिक सेवा समिति, श्री ओम बन्ना टाइगर फोर्स, मुस्लिम समाज और पूर्वांचल समाज के सदस्य मौजूद रहे।
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