भाजपा के नए जिलाध्यक्षों का ऐलान, 22 में से 18 जिलाध्यक्ष बदले

BJPs new district heads announced, 18 out of 22 district heads changed

सिरसा में चौटाला परिवार के आदित्य देवीलाल को कमान तो गुरुग्राम में गार्गी कक्कड़ बनी प्रधान

चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़)। हरियाणा भाजपा के नवनियुक्त अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ तेजी से पार्टी के लिए कार्य करने में जुटे हैं। बुधवार को हरियाणा बीजेपी ने जिला अध्यक्षों की घोषणा कर दी। भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ की नई टीम में 22 जिलाध्यक्षों में से पुराने 18 को बदल दिया गया है। रोहतक के जिलाध्यक्ष अजय बंसल और फरीदाबाद के जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा ही अपनी कुर्सी बचा सके। वहीं, यमुनानगर और रेवाड़ी के जिलाध्यक्ष की मौत हो जाने के बाद उनकी कुर्सी पहले ही खाली हो चुकी थी। ऐसे में 22 में से 20 नए जिलाध्यक्षों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

नए जिलाध्यक्षों की लिस्ट

हरियाणा बीजेपी ने अंबाला से राजेश बतोरा, करनाल से योगेंद्र राणा, सिरसा से आदित्य देवीलाल, यमुनानगर से राजेश खापड़ा, कुरुक्षेत्र से राजकुमार सैनी, कैथल से अशोक ढांढ, जींद से राजू मोर, पानीपत से अर्चना गुप्ता, सोनीपत से मोहनलाल बडोली, झज्जर से विक्रम कादयान, भिवानी से शंकर धूपड, दादरी से सत्येंद्र परमार, रोहतक से अजय बंसल, नूह से नरेंद्र पटेल, रेवाड़ी से हुकुमचंद यादव, पलवल से चरण सिंह तेवतिया, फरीदाबाद से गोपाल शर्मा, महेंद्रगढ़ से राकेश शर्मा, गुरुग्राम से गार्गी कक्कड़, पंचकूला से अजय शर्मा, हिसार से कैप्टन भूपेंद्र सिंह और फतेहाबाद से बलदेव गिरोहा को जिलाध्यक्ष नियुक्त किया है।

नई सूची से कई नेताओं की आस टूटी

भाजपा की इस नई सूची से काफी राजनेताओं को धक्का लगा है, क्योंकि कई जिलाध्यक्ष दोबारा से रिपीट करने की आस लगाए बैठे थे। बता दें कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को नामों की सूची मंगलवार देर शाम प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ व संगठन मंत्री सुरेश भट्ट ने सौंपी थी। इससे पहले जिलाध्यक्षों के नाम पर एक राय बनाने के लिए नई दिल्ली में हरियाणा भाजपा के नेताओं की बैठक हुई। इसमें सीएम मनोहर लाल भी मौजूद रहे। धनखड़ व भट्ट ने सीएम को नए जिलाध्यक्षों की सूची दी व उनसे सभी नामों पर सहमति ली।

सिरसा में आदित्य देवीलाल को कमान दे, पार्टी ने साधे कई निशाने

वहीं डबवाली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अमित सिहाग से हारने वाले आदित्य देवीलाल को सिरसा जिले की कमान सौंपी गई है। चौटाला परिवार के सदस्य को अहमियत दिए जाने से साफ है कि भाजपा जिले में अब अपना कैडर मजबूत करना चाहती है। एक तरफ जहां सिरसा के डबवाली और कालांवाली में कांग्रेस भारी है, वहीं सिरसा विधानसभा में गोपाल कांडा का सिक्का है, इसके अलावा ऐलनाबाद में अभय चौटाला अपनी सीट नहीं छोड़ते तो ऐसे में सिरसा जिले में भाजपा कहीं नजर नहीं आती, इस स्थिति को ठीक करने के लिए भाजपा ने अब चौटाला परिवार का सहारा लिया है।

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