केंन्द्र सरकार के चार साल पूर्ण होने के बहाने जनता के बीच पहुंचेगी भाजपा

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कोर कमेटी की बैठक में 10 जून तक का रोड़मैप तय

जयपुर (सच कहूँ न्यूज)। राजस्थान भारतीय जनता पार्टी की आज यहां हुई कोर कमेटी की बैठक में प्रदेश में संगठन को मजबूत करने और कार्यकतार्ओं को सक्रिय करने के लिये रोड़मैप तैयार किया गया। पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने पत्रकारों से कहा कि बैठक में केंन्द्र सरकार के चार साल पूर्ण होने पर प्रदेश में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा, विधानसभा चुनावों का रोड़मैप और चुनावी व्यूह रचना की समीक्षा की गई। उन्होंने केन्द्र की मोदी सरकार के चार साल को बेमिसाल बताते हुये कहा कि केन्द्र सरकार जन आंकाक्षाओं पर खरी उतरी है। उन्होंने कहा कि भाजपा राज में देश की साख अंर्तराष्ट्रीय जगत में बढी है।

उन्होंने बताया कि कोर कमेटी की बैठक में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर दस जून तक के कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया गया। इसके तहत एक जून को मोदी मैराथन दौड़, 2 जून को कमल संदेश यात्रा ,चार और पांच जून को शक्ति केन्द्र,सात और आठ जून को ग्राम सभा रात्रि चौपाल तथा नौ और दस जून को बूथ संपर्क अभियान संचालित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इन कार्यक्रमों की भारतीय जनता युवा मोर्चा,भारतीय महिला मोर्चा सहित सभी संगठन सक्रिय भागीदारी निभाएंगे।

पार्टी मुख्यालय पर आयोजित भाजपा प्रदेश कोर कमेटी की बैठक में मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे, राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री वी.सतीश, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओमप्रकाश माथुर, निवर्तमान प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी, प्रदेश संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर, केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, सीआर चौधरी, गृहमंत्री गुलाबचन्द कटारिया, कैबिनेट मंत्री अरूण चतुवेर्दी, राजेन्द्र राठौड़, यूनुस खान शामिल रहे। विदित रहे कि भाजपा ने विधानसभा में मिशन 180 और लोकसभा में मिशन 25 बना रखा है।

इसको अमलीजामा पहनाने के लिए पार्टी ने केन्द्र सरकार के चार वर्ष पूर्ण होने के कार्यक्रमों के साथ शुरू कर दिया है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रदेश में गत महीनों में हुए उपचुनाव के हार के बाद भाजपा एक बार फिर चुनावी मैदान में पूरी तैयारी के साथ उतरने की तैयारी कर रही है। भाजपा नेताओं का मानना है कि राज्य सरकार के प्रति कहीं न कहीं एंटीइंकबेंसी का सामना करना पड़ सकता है। अब इसको कम करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सबसे बड़े हथियार साबित हो सकते हैं। चुनाव में उनका अधिक से अधिक उपयोग करने की योजना पर भाजपा नेताओं ने काम करना शुरू कर दिया है।