आठ साल के शासन में आत्महत्या के मामलों में हुई तीन गुना बढ़ोतरी
चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। आम आदमी पार्टी (आप) ने देश में मजदूरों की बढ़ती आत्महत्याओं की घटनाओं पर गहरा दुख व्यक्त किया है और इसके लिए केंद्र की भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। आप पंजाब के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि भाजपा के शासन के दौरान मजदूरों की आत्महत्या के मामले 2014 के मुकाबले 15,735 से बढ़कर 2021 में 42,004 हो गए। यह बेहद चिंता का विषय है कि पिछले आठ वर्षों की तुलना में मजदूरों द्वारा आत्महत्या के सबसे अधिक मामले 2021 में 42,004 दर्ज किए गए, जबकि 2018 में 30127, 2019 में 32,563 और 2020 में 37,666 मजदूरों ने आत्महत्या की थी।
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कंग ने ट्विटर पर एक न्यूज क्लिपिंग शेयर करते हुए लिखा, सबका साथ, सबका विकास का नारा देने वाली भाजपा सरकार के आठ साल के शासन में मजदूरों की आत्महत्या के मामलों में तीन गुना बढ़ोतरी हुई है। मजदूरों की दुर्दशा पर भाजपा सरकार को शर्म आनी चाहिए। उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि क्या यही मोदी सरकार का सबका साथ, सबका विकास है कि अमीर और अमीर हो रहे हैं और गरीब मजदूर आत्महत्या करने को मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को दिहाड़ीदार मजदूरों के प्रति अधिक संवेदनशील होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने कॉपोर्रेट मित्रों को अमीर बनाने के बजाय गरीब मजदूरों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए ठोस नीतियां बनानी चाहिए, ताकि देश में आत्महत्या की घटनाओं में कमी आ सके।
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