जयपुर (एजेंसी)। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी विधायक शोभारानी कुशवाह को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। केन्द्रीय अनुशासन समिति के सदस्य सचिव ओम पाठक ने इस संबंध में श्रीमती कुशवाह को भेजे पत्र में लिखा कि श्रीमती कुशवाह को पार्टी से निष्कासित किया जाता है और पार्टी द्वारा दिए गए अन्य दायित्व से भी मुक्त कर दिया गया है। पार्टी के विधायक होने के नाते अनुशासन की जिस सीमाओं को लांघा है, उस पर कार्रवाई अलग से की जाएगी। गत 10 जून को राज्यसभा की चार सीटों पर हुए चुनाव में पार्टी की व्हिप जारी होने के बावजूद श्रीमती कुशवाह के कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद तिवाड़ी के पक्ष में मतदान करने के मामले में भाजपा ने 11 जून को उन्हें पार्टी से निलंबित कर कारण बताओं नोटिस जारी किया था और 19 जून तक अपना स्पष्टीकरण देने के लिए कहा था।
इसके बाद श्रीमती कुशवाह ने प्रेस नोट जारी कर पार्टी नेतृत्व पर ही अनर्गल टिप्पणी कर दी। इसके बाद भाजपा केन्द्रीय अनुशासन समिति उनके इस प्रेस नोट को उनका उत्तर मानकर और गंभीरता से विचार करने के उपरांत इस निष्कर्ष पर पहुंची। पत्र में बताया कि श्रीमती कुशवाह ने अपने पक्ष में कोई सफाई पेश नहीं की, केवल पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं एवं नेतृत्व पर बेबुनियाद आरोप लगाये। इसका साफ मतलब है कि उनको अपने बचाव में कुछ और नहीं कहना है। मीडिया के सामने अपने मनगढंत एवं अनर्गल बातों को सार्वजनिक करना भाजपा के संविधान के नियम की धारा 25 और 10 ए बी सी एवं डी के प्रावधानों का उल्लंघन हैं।
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