जयपुर (एजेंसी)। जयपुर नगर निगम हेरिटेज (जेएमसीएच) कार्यालय को कथित भ्रष्टाचार से मुक्त करने हेतु हवा महल विधायक बालमुकुंद आचार्य ने पार्षदों और परिसर को शुद्ध करने के लिए गंगाजल और गौमूत्र छिड़का। एक मीडिया रिपोर्ट की मानें तो भाजपा ने भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच जेएमसीएच की मौजूदा मेयर मुनेश गुर्जर को हटा दिया और उनकी जगह कुसुम यादव को नियुक्त कर दिया, जिन्होंने 7 कांग्रेसी पार्षदों और एक निर्दलीय पार्षद का समर्थन प्राप्त कर बहुमत हासिल किया। Rajasthan News
आचार्य ने कहा, ‘‘हमने इसे गंगाजल से शुद्ध कर दिया है और सभी अशुद्धियों को दूर किया है। इतना ही नहीं वैदिक मंत्रों के साथ प्रार्थना के बाद, बहनजी (नए मेयर) ने इस नवमी तिथि को कार्यभार संभाला है। अब नगर निगम में पवित्रता का माहौल रहेगा।’’
रिपोर्ट में बताया गया कि मंगलवार को 8 लोग भाजपा में शामिल हो गए। बुधवार को यादव के कार्यभार संभालने से पहले, बालमुकुंद आचार्य ने जेएमसीएच परिसर, पार्षदों और अधिकारियों के लिए ‘शुद्धिकरण’ समारोह आयोजित किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि पार्षदों और अधिकारियों ने प्रतीकात्मक रूप से इस मिश्रण को पीया, क्योंकि यह उनके होठों सहित उनके चेहरे पर लगाया गया था।
‘‘मैंने भ्रष्टाचार को दूर करने के लिए गंगाजल और गोमूत्र का छिड़काव किया”
मीडिया रिपोर्ट में बालमुकुंद आचार्य ने कहा, ‘‘मैंने भ्रष्टाचार को दूर करने के लिए जेएमसी कार्यालय में गंगाजल और गोमूत्र का छिड़काव किया है। आज से जेएमसीएच भ्रष्टाचार मुक्त है। उनके पास गंगाजल और गोमूत्र के मिश्रण वाली एक बोतल है। मैं इसे अपनी कार में रखता हूं और रोजाना पीता हूं। उन्होंने पार्षदों पर भी इसे छिड़का और कहा, ‘‘वे यह नहीं कह सकते कि पानी की बूंद ने उन्हें छुआ नहीं।’’
गंगाजल और गोमूत्र जेएमसीएच अधिकारियों को पिलाए जाने के मामले में पूछे जाने पर आचार्य ने कहा, ‘‘मेयर के कार्यभार संभालने से पहले सभी को गंगाजल और गोमूत्र पिलाया गया है। हमारी संस्कृति में, गंगाजल और गोमूत्र इसलिए पिलाया जाता है ताकि अगर आपने कोई अपराध किया है, तो आप उससे मुक्त हो जाएं। अब आप सनातनी हैं, पवित्रता से काम करें।’’ Rajasthan News
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