चंडीगढ़: एक करीबी मुकाबले में, भाजपा की हरप्रीत कौर बबला चंडीगढ़ की नई मेयर चुनी गई हैं, उन्होंने शहर के नगरपालिका चुनावों में 19 वोट हासिल किए हैं। यह जीत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए एक महत्वपूर्ण जीत है, खासकर आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के साथ तनावपूर्ण चुनावी लड़ाई के बाद। चुनाव परिणामों में आप और कांग्रेस को संयुक्त रूप से 17 वोट मिले, जिससे वे जीत से बस कुछ ही दूर रह गए। हरप्रीत कौर बबला की जीत क्रॉस-वोटिंग के रणनीतिक प्रभाव को भी दशार्ती है, जिसने उनके पक्ष में तराजू को झुकाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस साल महिला पार्षद के लिए आरक्षित चंडीगढ़ मेयर की सीट पर चुनाव से पहले जमकर राजनीति हुई। जहां आप ने कड़ी टक्कर दी थी, वहीं भाजपा के समन्वय और मजबूत अभियान रणनीति ने अंतत: उनके उम्मीदवार को सफलता दिलाई।
कौन हैं हरप्रीत कौर बबला?
60 वर्षीय हरप्रीत कौर बबला चंडीगढ़ की नई मेयर चुनी गई हैं, उन्होंने कांटे की टक्कर वाले चुनाव में 19 वोट हासिल किए हैं। दो बार पार्षद रह चुकीं हरप्रीत पूर्व पार्षद देविंदर सिंह बबला की पत्नी और सेवानिवृत्त आर्मी कर्नल की बेटी हैं। हरप्रीत देहरादून के कॉन्वेंट आॅफ जीसस एंड मैरी की पूर्व छात्रा हैं और उनके पास इतिहास में बीए (आॅनर्स) और अंग्रेजी में एमए की डिग्री है। हाल ही में हुए मेयर चुनाव में हरप्रीत कौर बबला का मुकाबला आप की प्रेम लता से था। यह चुनाव इसलिए महत्वपूर्ण था क्योंकि यह महिला उम्मीदवार के लिए आरक्षित था और हरप्रीत की जीत चंडीगढ़ के राजनीतिक परिदृश्य में एक उल्लेखनीय उपलब्धि है।
हरप्रीत कौर बबला का मेयर के रूप में चुनाव जनसेवा के प्रति उनकी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता और चंडीगढ़ के विकास के प्रति उनके समर्पण को दशार्ता है। उनकी पृष्ठभूमि और अनुभव से शहर के विकास और शासन में सकारात्मक योगदान मिलने की उम्मीद है।