बीजेपी नेता परमिंद्र ढुल ने पार्टी को कहा अलविदा
- किसानों के तीन कृषि बिलो के खिलाफ दिया इस्तीफा।
- केंद्र के तीनों कृषि कानूनों को बताया काले कानून , किसानों को पूंजीपतियों के हाथ मे सौपने की तैयारी।
- बीजेपी जेजेपी पर लगाये वायदा खिलाफ के आरोप।
- 2020 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने के बीजेपी के वायदे को बताया झूठा।
आज दीनबंधु सर छोटू राम की आत्मा भी दुखी होगी क्योंकि आज किसान पुत्र रो रहा है , बीजेपी में घुटन महसूस कर रहा हु , इसलिए पार्टी छोड़ रहा हु। सभी पार्टियों में शामिल किसान पुत्रो को किसान के हित मे आने का किया आह्वान। पार्टियों को छोड़कर आज किसान के साथ खड़े होने का वक्त। अब आगामी लड़ाई किसानों के साथ मिलकर लड़ेंगे। किसी अन्य पार्टी में जाने के सवाल पर कहा। आज मैं किसान के साथ खड़ा हूँ अभी कही जाने का फैसला नही।
बीजेपी ने किसानो के मुद्दे पर जुमलों पर बात की है। बीजेपी को चौथा कानून लाना चाहिए था जिसमे MSP का कानून शामिल होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने पिछले समय मे खूब विदेश यात्राएं की , ये यात्राएं केवल किसान को पूंजीपतियों के हाथ मे सौपने के लिए की है, उन्होंने विदेशो में देखा किसान को कैसे पूंजीपतियों के हाथ मे सौपा जाए, बीजेपी के नेताओ को ओपन प्लेटफार्म पर आकर इन कानूनो पर बहस करनी चाहिए, अगला फैसला जल्द ही लेंगे।
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