ऑपरेशन लॉट्स की शिकायत की जा रही है डीजीपी को
अश्वनी चावला
चंडीगढ।
लोटस के तहत आम आदमी पार्टी के जिन विधायकों (Operation Lots) को खरीदने की कोशिश की जा रही थी उन विधायकों को अपने साथ लेकर हरपाल सिंह चीमा शिकायत लेकर डीजीपी के दरबार पहुंच चुके हैं। डीजीपी के पास इन विधायकों के सहित विधायक दल के लीडर हरपाल चीमा की तरफ से शिकायत दर्ज करवाई जा रही है। जिसमें बताया जा रहा है कि किस तरीके से ऑपरेशन लॉट्स तहत उनके विधायकों को खरीदने की कोशिश की गई और 25-25 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया है। इस शिकायत में सारे सबूत भी लगाए जा रहे है। जिसमे फोन कॉल रिकार्डिंग भी शामिल है।
यह भी पढ़े- फतेहाबाद के आसमान में दिखी ट्रेन जैसी रहस्मयी रोशनी
1375 करोड़ रूपये खर्च कर पंजाब में सरकार बनाना चाहती है भाजपा
चीमा कल कहा था कि पंजाब में 92 सीटों पर जीतकर आने वाली पार्टी के विधायकों को खरीदने की कोशिश करना ही लोकतंंत्र की हत्या करने के बराबर है। भाजपा लोकतंत्र का हनन करते पंजाब में इस तरीके से कामयाब नहीं हो सकती। हरपाल चीमा ने कहा कि भाजपा चाहती है कि आम आदमी पार्टी के 35 विधायकों को खरीद लिया जाए और बाकी कांग्रेस और अन्य पार्टियों के विधायकों को खरीदते हुए पंजाब में सरकार बना ली जाएगी लेकिन ऐसा कुछ भी होने नहीं दिया जाएगा। चीमा ने कहा कि भाजपा द्वारा 1375 करोड़ रूपये पंजाब में विधायकोंं को खरीदने में खर्च किए जाएंगे। वह भाजपा से पूछना चाहते हैं कि यह 1375 करोड़ रूपये कहां रखे गए हैं और इन रूपयों को किसी सोर्स के साथ इकट्ठा किया गया है।
दिल्ली-पंजाब के नेता कह रहे हैं ‘बाबू जी’ के साथ होगी मीटिंग
हरपाल चीमा ने बताया कि जिन 7 से 10 विधायकोंं को फोन आए हैं, उनको कहा जा रहा है कि अगर वह तैयार है तो आपकी भाजपा के बड़े नेताओं के अलावा ‘बाबू जी’ के साथ मीटिंग करवाई जाएगी। यह बाबू जी कौन हैं, उस संबंधी नहीं बताया जा रहा लेकिन इशारे में हर कोई समझदार है कि कौन बाबू जी को मिलने के बारे में कह रहा है। उन्होंने बताया कि विधायकोंं को मीटिंग करवाने और खरीदने के लिए दिल्ली और पंजाब के भाजपा नेताओं के फोन आ रहे हैं।
सीबीआई और ईडी से डराने की कोशिश कर रही भाजपा | Operation Lots
हरपाल चीमा ने आरोप लगाया कि भाजपा के नेता जिन विधायकोंं को फोन कर रहे हैं, उनको 25-25 करोड़ रूपये का आॅफर देने के साथ ही धमकी भी दी जा रही है कि अगर उनकी बात नहीं मानी गई तो सीबीआई या फिर ईडी से छापेमारी करवाते हुए झूठी कार्रवाई की जा सकती है। उन्होंने कहा कि जिस तरीके से धमकाया जा रहा है, उससे साफ है कि आने वाले दिनों में इन दोनों जांच एजंसियों का पंजाब में गलत इस्तेमाल किया जाएगा।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।