गुरुग्राम (सच कहूँ/संजय मेहरा)। नूंह हिंसा में पुलिस के रडार पर रहे बिट्टू बजरंगी (Bittu Bajrangi) की गिरफ्तारी के बाद एक दिन का रिमांड खत्म होने पर उसे फरीदाबाद जिला की नीमका जेल भेज दिया गया। ऐसा इसलिए किया गया कि नूंह जिला जेल में उसकी जान को खतरा बताया गया। पुलिस गुरुवार दोपहर को उसे अदालत में पेशी के लिए लेकर पहुंची। पुलिस ने अतिरिक्त जिला सेशन जज अंजलि जैन की अदालत में पेश किया गया। Gurugram News
पुलिस ने अदालत से उसका रिमांड दोबारा से नहीं मांगा। यह जानकारी दी कि उसके बताए ठिकाने से 8 तलवारें बरामद हुई हैं। बिट्टू बजरंगी के एडवोकेट सोमदत शर्मा की ओर से अदालत में कहा गया कि नूंह की जेल में बिट्टू की जान को खतरा है। लिहाजा उसे नूंह जेल में ना भेजकर फरीदाबाद की नीमका जेल भेजा जाए। अदालत ने इस पर विचार करते हुए बिट्टू बजरंगी को फरीदाबाद जिला जेल भेजने के आदेश दिए। Gurugram News
उसे 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। गौरतलब है कि बिट्टू बजरंगी को बीती 15 अगस्त को फरीदाबाद से एक नाटकीय घटनाक्रम में गिरफ्तार किया गया था। उसे अदालत ने एक दिन के रिमांड पर भेजा था। एसीपी ऊषा कुंडू की शिकायत पर बिट्टू बजरंगी पर केस दर्ज किया गया है। आरोप है कि बिट्टू बजरंगी व अन्य 15-20 लोगों ने एसीपी ऊषा कुंडू के सामने तलवार व अन्य हथियार लेकर प्रदर्शन, नारेबाजी की थी। पुलिस द्वारा समझाने के बाद भी वे उग्र होते रहे। कानून अपने हाथ में लेते रहे। इसी कारण बिट्टू बजरंगी की मुश्किलें बढ़ी हैं।
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