Body Donation: 74 वर्षीय बिमला इन्सां मरणोपरांत भी ‘अमर सेवा मुहिम’ में दे गईं योगदान

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Body Donation: 74 वर्षीय बिमला इन्सां मरणोपरांत भी 'अमर सेवा मुहिम' में दे गईं योगदान

बिमला इन्सां के मृत शरीर पर रिसर्च करेंगे ऋषिकेश के मेडिकल विद्यार्थी

Body Donation: सरसा (सच कहूँ न्यूज)। ब्लॉक कल्याण नगर के प्रीत नगर गली नंबर 4 निवासी डेरा सच्चा सौदा की अनथक सेवादार बिमला (74) पत्नी बाल कृष्ण वीरवार को अपनी सांसारिक यात्रा पूर्ण करके कुल मालिक के चरणों में सचखंड जा विराजी। उनके मरणोपरांत स्वजन की ओर से उनकी आखिरी ख्वाहिश को पूरा करते हुए शुक्रवार को पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा से अमर सेवा मुहिम के तहत उनके मृत शरीर को उत्तराखंड के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश में मेडिकल शोध कार्यों के लिए दान कर दिया। Sirsa News

अंतिम विदाई के समय काफी संख्या में साध-संगत ने उन्हें श्रद्धांजलि दी

सचखंडवासी की अंतिम विदाई के समय ब्लॉक कल्याण नगर सहित आस-पास के ब्लॉकों से काफी संख्या में साध-संगत, उनके संगे संबंधी, रिश्तेदार शामिल हुए और उन्हें श्रद्धांजलि दी। बता दें कि बिमला देवी की वीरवार को नेचुरल मृत्यु हुई थी और वह अपने पीछे अपने पति बाल कृष्ण व दो बेटे गौरव तथा सोहन लाल सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गई है। इससे पूर्व सचखंडवासी के आवास उपस्थित साध-संगत व पारिवारिक सदस्यों ने अरदास का शब्द बोलकर मृत शरीर को फूलों से सजाई गई एंबुलेंस में रखा गया और शाह मस्तान-शाह सतनाम जी धाम डेरा सच्चा सौदा तक उनकी अंतिम विदाई यात्रा निकाली गई।

इस दौरान एंबुलेंस के आगे-आगे चल रहे शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर कमेटी के सेवादार महिला-पुरुष व अन्य साध-संगत ने सचखंडवासी को नमन करते हुए जब तक सूरज चांद रहेगा, शरीरदानी बिमला इन्सां तेरा नाम रहेगा, शरीरदानी बिमला इन्सां अमर रहे, अमर रहे के गगनभेदी नारें लगाकर आसमान को गुंजायमान किया। बाद में आश्रम के मुख्य द्वार से धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा का इलाही नारा लगाकर एंबुलेंस को मेडिकल कॉलेज के लिए रवाना किया। इस मौके पर काफी संख्या में साध-संगत, रिश्तेदार व सगे संबंधी मौजूद रहे। Sirsa News

जब एक शख्स को खुद पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज ने यमों से बचाया

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