“बिजनौर महोत्सव” बिजनौर के पौराणिक धरोहर को बनाए रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण योगदान: सूचि चौधरी
- विधायक ने शांति के दूत सफेद कबूतर, गुब्बारे उड़ाकर की बिजनौर महोत्सव की शुरुआत
- महोत्सव सांस्कृतिक कार्यक्रमों, लोकगीतों, नृत्यों और कला प्रदर्शन के माध्यम से बिजनौर की धरोहर को संजोने का महत्वपूर्ण प्रयास है: डीएम
- महोत्सव का पूरा आनंद लें और इसे सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान करें: अंकित कुमार अग्रवाल
बिजनौर (सच कहूँ/रविंद्र सिंह)। Bijnor News: ऐतहासिक जनपद बिजनौर के 200 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में बिजनौर को देश में एक विशिष्ट पहचान दिलाने के लिए “बिजनौर महोत्सव” का आयोजन किया गया है। डीएम अंकित कुमार अग्रवाल एवं मुख्य अतिथि विधायक सूचि चौधरी ने नुमाइश ग्राउंड में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ नारियल फोड़कर कर विधि-विधान से फीता काट कर महोत्स्व का शुभारंभ किया।
महोत्स्व का शांति के दूत सफेद कबूतर एवं गुब्बारे उड़ा कर बिजनौर महोत्सव का आगाज हुआ। जिलाधिकारी एवं विधायक महोत्सव के अन्तर्गत बिजनौर एक्सपो एवं हमारा बिजनौर प्रदर्शनी और पुण्य धरा-बिजनौर चित्रकला प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। Bijnor News
यह महोत्सव क्षेत्र की कला, संस्कृति और इतिहास को प्रदर्शित करने का बड़ा मंच: विधायक | Bijnor News
सदर विधायक सूचि चौधरी ने कहा कि बिजनौर जिला अपने आप में ऐतिहासिक, पौराणिक और प्राकृतिक सभी धरोहर को समेटे हुए है। जिला प्रशासन द्वारा जन सामान्य को जिले की ऐसी ही कुछ महत्वपूर्ण धरोहरों से बिजनौर महोत्सव के माध्यम से परिचित करने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे समस्त देश प्रदेश के लोग बिजनौर की विशेषता से परिचित हो सकें।
उन्होंने कहा कि बिजनौर के 200 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में आयोजित “बिजनौर महोत्सव” बिजनौर के पौराणिक धरोहर को बनाए रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि बिजनौर महोत्सव इस क्षेत्र की कला, संस्कृति और इतिहास को प्रदर्शित करने का एक बहुत बड़ा मंच है साथ ही यह महोत्सव स्थानीय कलाकारों को भी अपनी कला का प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान कर रहा है।
बिजनौर राजा दुष्यंत के पुत्र राजा भरत की जन्मस्थली: डीएम
डीएम अंकित कुमार ने कहा कि बिजनौर वासियों के लिए यह महोत्सव बहुत खास है, क्योंकि यह उनकी कर्म स्थली पर हो रहा है। उन्होंने बताया कि बिजनौर राजा दुष्यंत (कण्व आश्रम) के पुत्र राजा भरत की जन्मस्थली भी रही है, जिनके नाम से भारत का नाम भारत पड़ा। उन्होंने कहा कि महात्मा विदुर की धरती कहलाई जाने वाली बिजनौर में विदुर कुटी का भी ऐतिहासिक महत्व बहुत अधिक है तथा बिजनौर जिले में कई प्रसिद्ध और लोकप्रिय पर्यटन स्थल मौजूद हैं उन्होंने आगे कहा कि महोत्सव में स्थानीय संस्कृति और कला के विविध पहलुओं को पेश किया जा रहा है।
यह महोत्सव विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, लोकगीतों, नृत्यों और कला प्रदर्शन के माध्यम से बिजनौर की धरोहर को संजोने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस महोत्सव के माध्यम से न केवल स्थानीय कलाकारों को अपनी प्रतिभाओं को प्रस्तुत करने का एक मंच प्राप्त हुआ है, बल्कि यह पूरे जिले और राज्य के सांस्कृतिक रंगों को भी दर्शाता है। उन्होंने समस्त जनपद वासियों से अनुरोध करते हुए आह्वान किया कि वे इस महोत्सव का पूरा आनंद लें और इसे सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान करें।
‘बिजनौर महोत्सव” में ये गणमान्य लोग रहे मौजूद | Bijnor News
महोत्सव के उद्घाटन समारोह में पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा, सीडीओ पूर्ण बोरा, नगर पालिका अध्यक्ष इन्दिरा सिंह, एसडीएम सदर अवनीश कुमार आदि अधिकारी, शहर के गणमान्यों के अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।
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