गुरुग्राम, संजय कुमार मेहरा। बिहार के सीतामढ़ी जिले के रून्नी सैदपुर से जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के विधायक पंकज कुमार मिश्रा से रंगदारी मांगने वाले बिहार के ईनामी गैंगस्टर सरोज राय का यहां एन्काउंटर कर दिया गया। गुरुग्राम व बिहार पुलिस ने शुक्रवार की सुबह 4 बजे गुरुग्राम के गांव बार गुर्जर के पास उसे मुठभेड़ में ढेर कर दिया। गैंगस्टर पर दो लाख रुपये का ईनाम रखा गया था। इस मुठभेड़ में एसटीएफ का एक कांस्टेबल घायल हुआ, वहीं दो पुलिस अधिकारी बुलेटप्रूफ जैकेट के कारण बच गए। आरोपी ने एक विधायक से रंगदारी मांगी थी।
मात्र 26 साल का गैंगस्टर सरोज राय अपने पास एके-56 गन भी रखता था। पुलिस को पुख्ता जानकारी मिली कि बिहार का ईनामी गैंगस्टर गुरुग्राम के बार-गुर्जर गांव क्षेत्र में छिपा हुआ है। बिहार व हरियाणा दोनों राज्यों की पुलिस ने उसे बार-गुर्जर पुलिस चौकी क्षेत्र में घेरते हुए उसे पकडऩे की कार्रवाई शुरू की। इस दौरान गैंगस्टर ने पुलिस पार्टी पर गोलीबारी शुरू कर दी। अपने बचाव में पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। दोनों तरफ से जबरदस्त फायरिंग होती है। इसी बीच गोली गैंगस्टर सरोज राय को भी लगी और बिहार पुलिस के एक कांस्टेबल को भी गोली लगी। इस ऑपरेशन को अंजाम देने के दौरान एसटीएफ बिहार और गुरुग्राम पुलिस के ऑपरेशन इंचार्ज पर भी गोलियां दागी गई। उन्हें गोलियां जरूर लगीं, लेकिन बुलेटप्रूफ जैकेट पहने होने के कारण उनकी जान बच गई। बिहार में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के एक विधायक से रंगदारी मांगी थी। रंगदारी नहीं देने की एवज में विधायक व उसके पूरे परिवार की हत्या करने की धमकी दी थी। बिहार एसटीएफ को उसकी तलाश थी। बिहार पुलिस की ओर से आरोपी गैंगस्टर सरोज राय पर दो लाख रुपये का ईनाम भी रखा गया था। गैंगस्टर सरोज राय पर 30 से ज्यादा मुकदमें दर्ज थे।
बिहार पुलिस से बचकर गुरुग्राम में ली पनाह
बताया जा रहा है कि विधायक से रंगदारी मांगे जाने के बाद से गैंगस्टर बिहार पुलिस के रडार पर था। पुलिस ने पहले तो उस पर 50 हजार रुपये का ईनाम रखा और फिर दो लाख रुपये का ईनाम रखा गया। बिहार एसटीएफ से बचते हुए उसे गुरुग्राम में आकर पनाह ली। बिहार में उसके ठिकानों पर पुलिस ने छापेमारी की, लेकिन वह हाथ नहीं लगा। गुरुग्राम में छिपे होने की सूचना पर बिहार पुलिस ने गुरुग्राम पुलिस से संपर्क साधा।
गुरुग्राम में बड़ी वारदात करने आ रहा था सरोय राय
एसीपी अपराध गुरुग्राम वरुण दहिया के मुताबिक गुरुग्राम पुलिस से बिहार पुलिस ने संपर्क साधा था। बिहार पुलिस की ओर से गैंगस्टर सरोज राय के बारे में हरियाणा में होने की सूचना दी गई थी। यहां जांच में पता चला कि सराज राय अपने साथियों के साथ नूंह से गुरुग्राम में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए आ रहा है। इस सूचना पर पुलिस सक्रिय हो गई। बिहार पुलिस व गुरुग्राम पुलिस ने सांझा ऑपरेशन किया। डीसीपी अपराध गुरुग्राम पुलिस राजेश फोगाट के नेतृत्व में बिहार एसटीएफ के साथ मिलकर नाकेबंदी की।
सुबह करीब 4 बजे बाइक पर सवार गैंगस्टर बार गुर्जर गांव के पास पहुंचा तो पुलिस को देेखकर वापस मुडऩे लगा। इसी बीच पुलिस ने उसे चारों तरफ से घेर लिया। इसी बीच उसने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिस की ओर से भी उस पर गोलियां दागी गई। इस मुठभेड़ में बिहार पुलिस के कांस्टेबल के हाथ में गोली लगी, वहीं बुलेटप्रूफ जैकेट पहने होने की वजह से पुलिस के दो अधिकारी बच गए। गैंगस्टर को भी गोलियां लगी, जबकि उसका साथीि मौके से फरार हो गए। गैंगस्टर को नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।