पटना: नेपाल में बारिश की रफ्तार के फिर जोर पकड़ने के चलते नॉर्थ बिहार की नदियां एक बार फिर उफान पर हैं। नौ बड़ी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। ललबकिया शुक्रवार को खतरे के निशान से नीचे उतरी तो शाम होते-होते पुनपुन खतरे के निशान को पार कर गई। पुनपुन के अलावा बागमती, कमला बलान, अधवारा, खिरोई, महानंदा, घाघरा, बूढ़ी गंडक और कोसी नदी लगातार लाल निशान से ऊपर बह रही है। डिजास्टर मैनेजमेंट डिपार्टमेंट के मुताबिक बाढ़ में अब तक 153 लोग जान गंवा चुके हैं।
कटिहार में बरंडी नदी का बांध कटा, कई गांवों में बाढ़ का पानी
शुक्रवार देर शाम रहटा पंचायत के हसेली के पास बरंडी नदी का थॉमस बांध टूटने से कई गांव में अफरा-तफरी मच गई। लोग घरों से जान बचा कर इधर-उधर भागते दिखे। उधर, श्रीकामत स्थित नहर को भी अज्ञात लोगों ने दुबारा काट दिया। बांध टूटने और नहर काटे जाने से एक दर्जन से ज्यादा गांवों के बाढ़ की चपेट में आने की आशंका है। इससे रहठा, हसेली, श्रीकामत, पिरमोकाम, सहित कई गांव में बाढ़ का पानी फैल जाएगा। लोग भाग कर ऊंची जगहों पर जा रहे हैं। दो साल पूर्व थॉमस बांध टूटा था। तब 600 घरों में पानी घुस गया था।
17 जिलों के 1.8 करोड़ लोग चपेट में, 153 मौतें
अररिया में 30, वेस्ट चम्पारण में 23, सीतामढ़ी में 13 लोगों की मौत हुई है। किशनगंज, ईस्ट चम्पारण और सुपौल में 11-11 लोगों की जान गई है। मधेपुरा और पूर्णिया में 9-9, मधुबनी में 8, कटिहार में 7 लोगों की मौत हुई है। इसी तरह सहरसा, गोपालगंज और दरभंगा में 4-4, खगड़िया और शिवहर में 3-3, सारण में 2 और मुजफ्फरपुर में 1 शख्स की जान गई है।
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