India-Canada Relations:कनाडा में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार का हाथ होने का आरोप लगाये जाने के बाद से दोनों देशों के बीच संबंधों में एकाएक तनाव आ गया है। इस विवाद के कारण कनाडा स्थित खालिस्तानी आतंकवादियों द्वारा भारतीय राजनयिकों को धमकियां दी जा रहीं थीं जिस पर भारत सरकार ने कनाडा की सरकार से सुरक्षा सहायता देने का अनुरोध किया था लेकिन कनाडा सरकार की ओर से कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया।
इसके बाद कनाडा में भारतीय उच्चायोग में वीजा सेवाओं को स्थगित करने की घोषणा की गई थी। वहीं वीजा देने वाली वीएफएस की ओर से कहा गया है कि उसके कनाडा के लिए वीजा आवेदन केन्द्रों में सामान्य रूप से काम जारी रहेगा। वीएफएस की ओर से कहा गया है कि कनाडा के वीजा आवेदकों को अभी भी प्रशासनिक सहायता मिलेगी और वे अपने केंद्रों पर बायोमेट्रिक्स जमा करेंगे।
क्या है मामला | India-Canada Tensions
शुक्रवार को कनाडा द्वारा 41 राजनयिकों को वापस बुलाने की घोषणा के बाद कनाडा का वीजा चाहने वालों के बीच कुछ घबराहट थी। बता दें कि सालाना 2 लाख से अधिक भारतीय छात्र शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए कनाडा जाते हैं। गौरतलब हैं कि वीएफएस ग्लोबल सबसे बड़ी वीजा आउटसोर्सिंग और प्रौद्योगिकी सेवा कंपनियों में से एक है, जो कनाडा सहित दुनिया भर की कई सरकारों के लिए वीजा आवेदनों के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है। इसलिए, जब वीएफएस ने स्पष्ट किया कि कनाडा द्वारा व्यक्तिगत वीजा पर रोक लगाने के तुरंत बाद उसके केंद्र सामान्य रूप से कार्य करना जारी रखेंगे, तो विशेषज्ञों ने इसे एक आश्वासन के रूप में व्याख्या की कि वीजा आवेदन प्रक्रिया बिना किसी रुकावट के आगे बढ़ेगी।
कनाडा को लेकर विदेश मंत्री जयशंकर ने दिया बड़ा बयान | India-Canada Tensions
भारत ने रविवार को कहा कि कनाडा के राजनयिकों की संख्या में साम्यता के अधिकार का प्रयोग इसलिए करना पड़ा क्योंकि वे लगातार भारत के आंतरिक मामलों में दखलंदाजी कर रहे थे जिसके बारे में आने वाले समय में पता चलेगा। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज यहां एक कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि कनाडा में भारतीय उच्चायोग के राजनयिकों की सुरक्षा का सवाल भी जल्दी सुलझ जाएगा और वीजा सेवा भी जल्दी बहाल हो जाएगी। विदेश मंत्री ने कार्यक्रम में भारत कनाडा संबंधों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि भारत एवं कनाडा के बीच स्थिति अभी काफी जटिल है।
समस्या कनाडा के एक राजनीतिक वर्ग विशेष के कारण है जो कनाडा की नीतियों पर प्रभाव रखता है। डॉ. जयशंकर ने कहा कि इस समय लोगों की सबसे बड़ी चिंता वीसा सेवा की है। कुछ सप्ताह पहले हमें यह सेवा बंद करनी पड़ी क्योंकि हमारे राजनयिकों के लिए वीजा जारी करना सुरक्षित नहीं रह गया था। उनकी सुरक्षा हमारे लिए सबसे बड़ी चिंता है। हमने अस्थायी रूप से वीजा सेवा बंद की है। हम बहुत निकटता से स्थिति का आकलन कर रहे हैं।