नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने यमुना की सफाई के लिए बन रहे ओखला सीवरेज ट्रीटमेंट संयंत्र का बुधवार को निरीक्षण किया और कहा कि इसके निर्माण से यमुना के पानी की स्थिति में सुधार होगा। शेखावत ने इस दौरान कहा कि दिल्ली में यमुना के पानी की स्थिति बेहद खराब है और इसमें सुधार लाने के लिए इस साल दिसंबर तक इस कार्य को पूरा किया जाना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि दिसंबर 2022 इस कार्य को पूरा करने की समय सीमा है और उम्मीद है कि उसके बाद दिल्ली में यमुना नदी के पानी की गुणवत्ता में अंतर महसूस होगा। इस संयंत्र का निर्माण केंद्र सरकार की योजना के एक्शन प्लान-तीन के तहत किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री ने इससे पहले आईटीओ के नजदीक स्थित छठ घाट का दौरा किया और फिर नाव से 12 किलोमीटर दूर ओखला बोट क्लब पहुंचे और ओखला एसटीपी स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक अशोक कुमार भी मौजूद थे।
इंदिरा गांधी नहर में फैक्ट्री कचरा डालने का मामला लोकसभा में उठा
पंजाब और हरियाणा का औद्योगिक कचरा इंदिरा गांधी नहर में डालने का मामला बुधवार को लोकसभा में उठाया गया। इस नहर से प्रदूषित पानी राजस्थान में नहीं पहुंचे इसके लिए केंद्र सरकार से राज्य सरकारों को आवश्यक निर्देश देने का आग्रह किया गया है। भारतीय जनता पार्टी के निहाल चंद चौहान ने लोकसभा में नियम 377 के तहत यह मामला उठाया और कहा कि पंजाब के औद्यौगिक क्षेत्र से प्रदूषित पानी इंदिरा गांधी नहर के जरिए राजस्थान पहुंच रहा है।
पंजाब हरियाणा के उद्योगों का पानी इस नहर में डाला जा रहा है इससे राजस्थान में स्थित बेहद खराब हो गई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पंजाब को इस नहर को दूषित नहीं होने देने के लिए राशि आवंटित की है लेकिन कोई पंजाब सरकार की तरफ से इस बारे में कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। पंजाब से राजस्थान के हिस्से का पूरा पानी मिले इसलिए इस पानी के बंटवारे के लिए जो समिति बनाई गई है उसमें राजस्थान का भी प्रतिनिधित्व होना चाहिए।
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