Dabwali: डबवाली के भूरा सिंह इन्सां मरकर भी कर गए ऐसा काम, बन गए दुनिया में महान

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Dabwali: डबवाली के भूरा सिंह इन्सां मरकर भी कर गए ऐसा काम, बन गए दुनिया में महान

डबवाली के भूरा सिंह इन्सां बने शरीरदानी, पार्थिव देह पर होगी मेडिकल रिसर्च

Dabwali Body Donation: डबवाली (सच कहूँ/ गुरसाहब इन्सां)। गांव डबवाली निवासी भूरा सिंह इन्सां (74 वर्षीय) के निधन के उपरांत उनके परिजनों ने उनकी अंतिम इच्छा को पूरा करते हुए उनके पार्थिव शरीर को दान किया। सचखंडवासी भूरा सिंह इन्सां को अंतिम विदाई के अवसर पर उनके परिजनों, रिश्तेदारों के अलावा शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर कमेटी के सेवादार मौजूद रहे। उनके शरीर को स्कूल आॅफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च एंड शारदा अस्पताल कैंपस ग्रेटर नोएडा में भेजा गया। Dabwali News

सचखंडवासी भूरा सिंह इन्सां के परिजनों धर्मपत्नी छिंदर कौर इन्सां, बेटे चरण सिंह इन्सां, पुत्रवधु वीरपाल कौर, बेटे बलकरण सिंह, पोते नवजोत सिंह, अनमोल जीत, बेटी सुखप्रीत कौर, दामाद लाल सिंह, अक्की रानी, जगसीर सिंह, मनजीत कौर, सिकंदर सिंह सहित अन्यों ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी। फूलों से सजी एंबुलेंस में उनके पार्थिव शरीर को रखकर अंतिम यात्रा उनके निवास से लेकर डीएसपी की कोठी तक निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में डेरा श्रद्धालु शामिल हुए। इस अवसर पर 85 मैंबर जितेंद्र वीर इन्सां, ब्लॉक मसीतां के प्रेमी सेवक भिंद्र इन्सां,  प्रेमी सेवक ब्लाक डबवाली गोविंद इन्सां, 15 मैंबर अमरजीत इन्सां, 15 मैंबर बहन वीरपाल कौर इन्सां, जिम्मेवार ब्लाक डबवाली गांव हरभजन कौर इन्सां, 15 मैंबर रमनदीप इन्सां सहित अनेक जिम्मेवार व गणमान्य लोग मौजूद रहे।

स्कूल ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च एंड शारदा अस्पताल कैंपस ग्रेटर नोएडा को भेजा पार्थिव शरीर

डबवाली गांव के प्रेमी सेवक मेजर इन्सां ने बताया कि सचखंडवासी भूरे लाल इन्सां डेरा सच्चा सौदा का कर्मठ सेवादार था और मानवता भलाई कार्यों में सदैव आगे रहता था। उनका पूरा परिवार डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा है और उन्होंने पूज्य गुरुजी के वचनों पर अमल करते हुए जीते जी मरणोंपरांत मेडिकल रिसर्च के लिए शरीरदान करने का प्रण लिया हुआ था।

चिकित्सा जगत के लिए वरदान बनी पूज्य गुरुजी की ‘अमर सेवा’ मुहिम

सरसा(सच कहूँ न्यूज)। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा आरंभ की गई ह्यअमर सेवाह्ण मुहिम चिकित्सा जगत के लिए वरदान बन गई है। इस मुहिम के तहत अब तक डेरा सच्चा सौदा से जुड़े 2362 से अधिक परिवारों ने अपने दिवंगतों के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार करने की बजाय मेडिकल रिसर्च के लिए दान कर समाज के समक्ष मिसाल प्रस्तुत की है।

पूज्य गुरुजी के वचनों पर अमल करते हुए 1 लाख 22 हजार 896 लोग लिखित में शरीरदान करने का प्रण ले चुके हैं। पूज्य गुरुजी के इस अनोखे प्रयास से लोगों में शरीरदान के प्रति जागरूकता आई है। पूज्य गुरुजी के आह्वान पर शहरों में ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोग शरीरदान के लिए आगे आने लगे हैं। अब तक 2362 लोगों ने किए अपने स्वजनों के शरीरदान, 1.22 लाख लोगों ने लिया है लिखित में शरीरदान का प्रण Dabwali News

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