भिवानी (सच कहूँ न्यूज)। जिलाधीश एवं उपायुक्त आरएस ढिल्लो ने कहा कि हरियाणा राज्य में ढेलेदार त्वचा रोग (एलएसडी) (लंपी चर्म रोग) के मामले बढ़ रहे हैं और यदि समय पर इस पर अंकुश नहीं लगाया गया तो मामले बढ़ सकते हैं। इसी के चलते हरियाणा सरकार ने मवेशियों की अंतर्राज्यीय और अंतर-जिला आवाजाही के साथ-साथ मवेशियों की बिक्री के लिए किसी भी प्रकार के मेले पर रोक लगाने और एलएसडी की वृद्धि को तत्काल प्रभाव से रोकने के निर्देश दिए हैं। जिलाधीश ने कहा कि पुलिस अधीक्षक, भिवानी जिले में महत्वपूर्ण स्थानों पर पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती और नाके स्थापित करके इन आदेशों का प्रवर्तन सुनिश्चित करेंगे। एलएसडी के कारण मरने वाले जानवरों की खाल उतारने पर भी प्रतिबंध रहेगा।
लंपी चर्म रोग के लिए घर द्वार पर नि:शुल्क टीकाकरण
पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा लंपी चर्म रोग के लिए विभिन्न पशु चिकित्सों की ड्यूटी लगा दी गई है। सरकार द्वारा स्वास्थ्य पशुओं का घर द्वार पर नि:शुल्क टीकाकरण करवाया जा रहा है। इस रोग के कारण पशुओं में मृत्यु दर एक प्रतिशत से भी कम है, फिर भी एहतियात के तौर पर मृत पशुओं का विस्तारण दो से ढाई मीटर गहरा गड्ढा खोदकर करना चाहिए। मृत पशु को खुले में छोड़ने से संक्रमण व अन्य स्वास्थ्य पशुओं में फैल सकता है। यह जानकारी देते हुए पशु पालन एवं डेयरी विभाग के उप निदेशक सुखदेव राठी ने बताया कि लंपी चर्म रोग-यह वायरस जनित रोग मुख्यत: गौवंश में पाया जाता है। भैंसों में यह रोग ना के बराबर पाया जाता है। इस वायरस का प्रसार गर्म व नम मौसम में मक्खी, मच्छर व चीचड़ आदि के काटने से होता है। स्वस्थ्य पशु का संक्रमित पशु के संपर्क में आने से भी यह रोग होता है। यह रोग पशुओं से मनुष्य में नहीं फैलता इसलिए इसे घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा स्वास्थ्य पशुओं का घर द्वार पर नि:शुल्क टीकाकरण करवाया जा रहा है।
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