जोहड़ व तालाब जल से भरे, किसानों का ट्यूव्बेल से सिंचाई करने का खर्च बचा
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किसानों ने कहा : धान व चारे वाली फसलों में हुई बढ़ोत्तरी
सच कहूँ/इन्द्रवेश, भिवानी। हरियाणा प्रदेश में सितंबर माह में इस वर्ष बेहतरीन बारिश दर्ज की गई, जिसके चलते धान की फसल बंफर होने की उम्मीद है। भिवानी जिला में सितंबर माह में अब तक 56 एमएम बारिश दर्ज की गई है, जिससे ना केवल फसलों को पानी मिला है, बल्कि भूमिगत जलस्तर में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई हैं। इसके साथ ही गर्मी से भी राहत मिली है। बेहतरीन बारिश के चलते जहां धान बोने वाले किसानों ने खुशी जाहिर की है, वही कपास की फसल में हल्का नुकसान भी हुआ है। भिवानी के जिला कृषि अधिकारी डॉ. बलबीर शर्मा ने बताया कि भिवानी जिला में 56 एमएम बारिश सितंबर माह में दर्ज की गई हैं। जो 1995 के बाद वर्ष 2021 में अब तक की सबसे अधिक बारिश है।
जिले में दो लाख एकड़ में की गई कपास की बुआई
जिले में कपास की दो लाख एकड़ में बुआई की गई है। मूंग की बुआई एक लाख 10 हजार एकड़ में, बाजरे की बुआई एक लाख 37 हजार एकड़ तथा ग्वर की बुआई 46 हजार एकड़ में की गई हैं। उन्होंने कहा कि सितंबर माह में हुई बारिश से धान व चारे वाली फसलों को अच्छा लाभ हुआ हैं। अच्छी बारिश का प्रभाव भूमिगत जलस्तर पर भी पड़ा है। अच्छी बारिश के चलते सरसो की अगेती बिजाई भी किसान कर पाएंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि भिवानी जिला में कपास की लगभग 12 हजार एकड़ में सर्वे बोर्ड के अनुसार कुछ नुकसान हुआ है, इसकी रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है, ताकि किसानों के नुकसान की कुछ भरपाई की जा सकें।
भूमिगत जलस्तर उठा ऊंचा
भिवानी जिला के किसान सतबीर, जयपाल व यशपाल ने बताया कि सितंबर माह में हुई बारिश के चलते उनकी धान की फसल को काफी फायदा हुआ है। गांव के जोहड़ व तालाबों में पानी पर्याप्त मात्रा में पहुंच गया हैं। उन्हे अब नहरी पानी व ट्यूव्बैल पर निर्भर रहने की जरूरत बरसात के चलते नहीं पड़ी। वही भूमिगत जलस्तर भी ऊंचा उठा हैं। किसानों ने बताया कि अच्छी बरसात के चलते घास के मैदानों में मवेशियों के लिए पर्याप्त मात्रा में चारा भी उत्पन्न हो गया है। इससे उनके पशुपालन को बढ़ावा मिला है।
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