किसान की मौत से गुस्साए भाकियू कार्यकर्ताओं ने मोदीनगर तहसील परिसर में जमकर किया प्रदर्शन,मामले की जांच को दिया, 24 घंटे का समय
- भाकियू ने चार सूत्रीय मांग पत्र शुभांगी शुक्ला एसडीएम मोदीनगर को सौंपा
गाजियाबाद (सच कहूँ न्यूज़)। मोदीनगर तहसील में शनिवार को आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान बुजुर्ग किसान सुशील त्यागी की मौत से गुस्साए (Ghaziabad) भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के दर्जनों पदाधिकारियों और, किसानों ने एसडीएम मोदीनगर का कार्यालय को घेरा और किसानों ने मोदीनगर तहसील परिसर में पंचायत कर एसडीएम मोदीनगर को चार सूत्रीय मांग पत्र ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन क्र रहे किसानों का आरोप है कि यह तहसील प्रशासन की घोर लापरवाही है। इस लापरवाही ने किसान की जान ल ली।
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किसान के द्वारा बार -बार पत्र देने के बावजूद भी अधिकारियों ने कार्रवाई नहीं की।और तहसील प्रशासन की बेरुखी के चलते 65 वर्षीय बुजुर्ग किसान मरने के लिए मजबूर हो गया। किसानों ने इस मामले की जांच और परिवार को उचित मुआवज़े मांग करते हुए प्रदर्शन किया। और प्रशासन को चौबीस घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है।
भाकियू कार्यकर्ताओं ने एसडीएम मोदीनगर के सामने यह रखी 4 मांग
- मृतक किसान के परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा देकर आर्थिक सहायता प्रदान की जाए ।
- मृतक के आश्रित को योग्यता अनुसार सरकारी नौकरी दी जाए ।
- मृतक की जमीन की पैमाइश (नाप) कराकर जमीन पूरी की जाए ।
- मृतक किसान के प्रकरण की जांच कराई जाए और दोषियों पर उचित कार्यवाही का जाए।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू)के एनसीआर अध्यक्ष परवीन मालिक, कुलदीप त्यागी, लाल राम बापू, टीनू चौधरी, अरुण कसाना, पप्पी नेहरा, परमेन्द्र आर्य, रविंद्र गदाना, विनीत त्यागी ने बताया कि तहसील प्रशासन किसान की नहीं सुन रहा था। तभी निराश होकर किसान ने यह आत्मघाती कदम उठाया। (Ghaziabad) किसानों ने तहसील प्रशासन पर किसान की सुनवाई न करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि किसान सुनील त्यागी निवासी फलौदा जिला मुजफ्फरनगर की पैतृक जमीन गांव डिडौली तहसील मोदीनगर में है जो फ़िलहाल मौके पर बहुत ही कम है। जिसकी पैमाइश (नाप) के मिले मृतक किसान सुशील त्यागी ने तहसील में सम्पूर्ण समाधान दिवस में कई बार चक्कर लगाए और पैमाइश के लिए पत्र दिए। किसान की कोई भी सुनवाई मोदीनगर तहसील प्रशासन द्वारा नहीं की गई।
जिसमे परेशान और निराश होकर बुजुर्ग किसान सुशील त्यागी में अपने ही हाथ की नस काट ली। खास बात यह है कि उसके बावजूद भी तहसील प्रशासन के जरिए किसान के पत्र पर कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं की गई। और मृतक किसान का अधिक खून बह जाने के कारण दुखद मृत्यु हो गयी। इस घटना को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने मोदीनगर तहसील परिसर में पंचायत कर शुभांगी शुक्ला (एसडीएम मोदीनगर) को मांग पत्र सौंपा है। एसडीएम मोदीनगर ने किसानों को इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। गाजियाबाद के जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया है। कमेटी इस पूरे मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपेंगी।
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