परिणीति चोपड़ा को अम्बेसडर से हटाने पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़/सच कहूँ)। प्रदेश कांग्रेस ने एक बार फिर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को घेरा है। इस बार मामला बेटी-बचाओ, बेटी-पढ़ाओ मुहिम की अम्बेसडर परिणति चोपड़ा को हटाने से जुड़ा है। कांग्रेस ने सवाल उठाया कि जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों पर हुए बर्बर पुलिस दमन की आलोचना करने के टवीट भर से यह अभिनेत्री ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान’ की ब्रांड अम्बेसडर पद के लिए अयोग्य कैसे हो गई? और इससे पहले वे इस पद के योग्य कैसे थी?
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने कहा कि परिणीति चोपड़ा के जामिया मिलिया छात्रों के पक्ष में टवीट करने के बाद ब्रांड अम्बेसडर पद से हटाना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचलने का जीवंत प्रमाण है। विद्रोही ने आरोप लगाया कि मोदी-भाजपा-संघ राज में सुनियोजित ढंग से अभिव्यक्ति की स्वतत्रंता व मानवाधिकारों को कुचला जा रहा है।
विद्रोही ने कहा कि परिणीति चोपड़ा को हरियाणा में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का ब्रांड अम्बेसडर पद से हटाकर भाजपा-जजपा सरकार ने सभी अभिनेताओं, अभिनेत्रियों, खिलाड़ियों, प्रोफेशनल, सामाजिक कार्यकर्ताओं व सेलिब्रेटीज को संदेश दिया है कि या तो वे सत्ता लाईन टो करो अन्यथा भुगतने को तैयार रहो। सरकार का यह रवैया घोर निदंनीय व फासिस्ट है। विद्रोही ने हरियाणा के लोगों से अपील की कि वे प्रदेश में अभिव्यक्ति व विरोध करने की स्वतत्रंता व मानव अधिकारों की रक्षा के लिए फांसिस्ट भाजपा-संघ का कड़ा विरोध करें और इन साम्प्रदायिक ताकतों को प्रदेश से उखाड़ने का संकल्प लेकर लोकतंत्र व संविधान को बचायें।
Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।