आटा दाल स्कीम के लाभपात्रियों ने डिपू होल्डर पर लगाए गुमराह करने के आरोप
- लाभपात्रियों ने हलका विधायक और फूड सप्लाई अधिकारियों को की शिकायत
सनौर/पटियाला। (सच कहूँ/राम सरूप पंजोला) पटियाला जिले के हलका सनौर के कस्बा सनौर में डिपू होल्डरों द्वारा पंंजाब सरकार द्वारा आटा दाल स्कीम का लाभ ले रहे लाभपात्रियों के बनाए गए राशन कार्डों की धज्जियां उड़ाकर अपने नये कार्ड बनाकर गरीबोंं की लूट करने के लोगों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। इस संबंधी पत्रकारों को जानकारी देते इस स्कीम का लाभ लेने वाले गरीब जरूरतन्द लोगों ने बताया कि डिप्पू होल्डर ने हमें कहा कि अगर आप इस स्कीम का लाभ लेना चाहते हो तो पहले वाले पंजाब सरकार के बने कार्ड लाकर नये कार्ड बना लो। उन्होंने बताया कि नये कार्ड बनाने पर उनसे 100 रुपये तक वसूले गए हैं और नया कार्ड बनाकर दिया जा रहा है।
कुछ गरीब लोगों ने अपना नाम न बताने की शर्त पर कहा कि हमें डिप्पू होलडर द्वारा कहा जा रहा है कि अगर आपने अपना नया कार्ड नहीं बनाया तो आपका राशन काट दिया जाएगा। इस कारण कई गरीब लोगों ने अपनी मजदूरी छोड़कर, डर के चलते कि कहीं मेरा राशन न बंद हो जाए, इस कारण नए कार्ड बना लिए हैं। इस संबंधी कुछ लोगों ने हलका विधायक हरमीत सिंह पठान माजरा और फूड सप्लाई अधिकारियों को लिखित शिकायत दी है कि हमें नये कार्ड बनाने के नाम पर गुमराह किया जा रहा है और हमारी लूट की जा रही है।
क्या कहना है फूड सप्लाई इंस्पैक्टर का
जब फूड सप्लाई इंस्पैक्टर दलजीत सिंह से फोन पर बात की तो उनका कहना था कि विभाग द्वारा नये कार्ड बनाने की कोई हिदायत नही आई है औ न ही मुझे नये कार्ड बनाने के बारे में जानकारी है। डिप्पू होल्डर के पास कार्ड बनाने का कोई अधिकार नहीं है। अगर नए कार्ड बनते हैं तो पंजाब सरकार के आदेशों अनुसार विभाग द्वारा ही बनाए जाते हैं। अगर कोई डिप्पू होल्डर ऐसा कर रहा है तो उसकी जांच की जाएगी। इस संबंधी अभी तक हमारे पास कोई शिकायत नही आई।
किसी से कोई पैसा नहीं लिया, सभी आरोप झूठे : डिप्पू होल्डर
जब एक डिप्पू होल्डर से बात की गई तो उनका कहना था कि इस स्कीम का काम आॅनलाईन होने के कारण कोई भी लाभपात्री किसी भी डिप्पू होल्डर से लाभ ले सकता है। लेकिन कई बार क्षेत्र के लोग इस लाभ से वंचित रह जाते हैं और जो लाभपात्री नहीं होते वह इसका फायदा उठाते हैं। इस कारण डिप्पू होल्डरों ने सलाह कर इस तरह किया था कि अपने क्षेत्र के लाभपात्रियों की पहचान होनी चाहिए। ताकि उनको लाभ मिल सके। बाकी किसी से कोई पैसा नहीं लिया गया, यह सभी आरोप झूठे हैं।
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