कड़ाके की ठंड के बाद धूप में प्रकृति का आनन्द लेने पहुँचे लोग (Sukhna Lake)
चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़)। सुखना झील शहर का दिल मानी जाती है और सप्ताह के सातों दिन (Sukhna Lake) यहाँ स्थानीय लोगों और पर्यटकों की रौनक लगी रहती है। लेकिन इस बार अत्याधिक ठंड के कारण सुखना झील पर भी पिछले कुछ दिनों से काफी कम संख्या में लोग पहुँच रहे थे। लेकिन पिछले दो दिन से जैसे ही भीषण सर्दी के बाद धूप निकलना शुरू हुई है तो सुखना की रौनक फिर से लौटने लगी है।
खूबसूरत शहर की खूबसूरत झील
बता दें कि चंडीगढ़ की गिनती देश के सबसे खूबसूरत शहरों में होती है। ऐतिहासिक दृष्टि से भी यह शहर काफी महत्वपूर्ण है। वैसे तो यहां घूमने के लिए बहुत-सी जगहें हैं, जिनमें रॉक गार्डन से लेकर पिंजौर गार्डन, रोज गार्डन और इंटरनैशनल डॉल्स म्यूजियम शामिल है, लेकिन चंडीगढ़ की शान है सुखना लेक।
1958 में हुआ था तीन किलोमीटर लम्बी झील का निर्माण
- हिमालय की शिवालिक पहाड़ियों की तलहटी में स्थित सुखना लेक को 1958 में सुखना चोइ को बांधकर बनाया गया था।
- पहाड़ों की लंबी श्रंखला के बीच सुखना लेख का व्यू दिल को छू जाता है।
- प्रवासी पक्षियों के आने-जाने से दृश्य और भी खूबसूरत हो जाता है।
सुखना लेक में लें इन चीजों का मजा
अगर कभी आप सुखना लेक घूमने का प्लान बनाएं तो वहां कई ऐसी चीजें हैं जो आप मिस नहीं करना चाहेंगे। यहां आप बोटिंग से लेकर शिकारा राइड ले सकते हैं। शिकारा अभी तक सिर्फ कश्मीर की डल झील तक ही सीमित थे, लेकिन अब इनकी एंट्री सुखना लेक में भी हो गई है।
स्वादिष्ट पकवान का लीजिए आनंद
- खाने पीने के लिए सुखना पर काफी कुछ है।
- चाहे वो चाइनीज हो या साउथ इंडियन, या फिर तड़के वाला पंजाबी हर स्वाद आपको वहां मिल जाएगा।
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