आरटीआई में खुलासा : पिछले 6 वर्ष 4 महीनों में 282 मोबाइल मिलने के केस दर्ज
बठिंडा (सच कहूँ/सुखजीत मान)। पंजाब की हाई सिक्योरिटी जेल में शामिल बठिंडा सेंट्रल जेल (Bathinda Central Jail) की सुरक्षा कवच में जेल में बंद कैदी और विचाराधीन कैदी सुरक्षा कर्मियों की मिलीभगत से सेंध लगा रहे है। पंजाब पुलिस के अलावा सीआरपीएफ का सुरक्षा कर्मियों का कवच होने के बावजूद भी जेल के अंदर मोबाइल फोन से लेकर नशा तक बड़ी आसानी से कैदियों तक पहुंच रहा है। इसके चलते जेल के अंदर कैदियों में कई बार हाथापाई होने के मामले सामने आए हैं। Bathinda News
हाई सिक्योरिटी जेल होने के बावजूद भी हर माह जेल प्रशासन कम से कम छह केस मोबाइल फोन मिलने या नशा मिलने के बठिंडा पुलिस के पास दर्ज करवा रहा है। इस बात का खुलासा एक आरटीआइ के अंतर्गत मिली जानकारी में हुआ है। Bathinda News
कैदियों तक आसानी से पहुंच रहा नशा, 76 महीनों में 449 केस दर्ज
आरटीआइ एक्टिविस्ट/सचिव (जागो ग्राहक) संजीव गोयल पुत्र अशोक कुमार ने बताया कि उनके तरफ से मांगी गई जानकारी में पता चला है कि सेंट्रल जेल बठिंडा की तरफ से पिछले 6 वर्ष 4 महीनों में 449 केस दर्ज करवाए गए हैं, जिनमें से सबसे ज्यादा 282 केस सिर्फ जेल में कैदियों से मोबाइल फोन, सिम कार्ड, बैटरी आदि मिलने के शामिल हैं। सबसे ज्यादा 106 केस साल 2021 दर्ज करवाए गए, जबकि 2020 और 2022 में 48-48 केस जबकि 2019 में 30 व वर्ष 2017 में 24 केस दर्ज करवाए गए हैं। Bathinda News
इसी तरह सेंट्रल जेल बठिंडा नशा मिलने के 69 केसों दर्ज करवाए गए हैं, जबकि जेल के अंदर मारपीट करने के 70 केस जेल प्रशासन ने पिछले छह सालों में बठिंडा पुलिस के पास दर्ज करवाएं है। वर्ष 2020 और 2023 में पेशी के दौरान भागने का भी एक-एक मामला दर्ज किए गए हैं। आरटीआई एक्टिविस्ट संजीव गोयल ने बताया कि बठिंडा की सेंट्रल जेल एक तरफ से सिक्योरिटी के पर्पज से बढ़िया मानी जाती है, लेकिन दूसरी तरफ आए दिन कैदियों से मोबाइल फोन, सिम कार्ड, बैटरी, बीड़ी, सिगरेट, जर्दा, नशा आदि मिलना एक आम सी बात हो गई है। Punjab News
वार्डन से लेकर अधिकारियों पर दर्ज केसों से भी खुलासा | (Bathinda News)
यहां तक कि जेल में तैनात कर्मचारियों से भी कई बार आपत्तिजनक सामान बरामद हुआ है। जेल में मोबाइल फोन के आसानी से पहुंचाने में जेल के ही कुछ कर्मी सहयोग करते हैं, जिसके संबंध में पिछले कुछ समय से जेल के वार्डन से लेकर अधिकारियों पर दर्ज केसों से भी खुलासा हो चुका है। इस बाबत सूचना अधिकार कानून के तहत मांगी गई जानकारी में पिछले 6 सवा छह साल का रिकार्ड उपलब्ध करवाया गया है। Bathinda Central Jail
बठिंडा की इस सेंट्रल जेल में नामी गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई को भी रखा गया है, जबकि सैकड़ों कुख्यात अपराधी, गैंगस्टर्स भी इसी जेल में बंद हैं। वहीं जेल में बंद अपराधियों की तरफ से मोबाइल फोन का इसतेमाल कर बाहर बैठे गुर्गों से नशा सप्लाई करवाने, फिरौती वसूल करने व हत्या जैसी वारदातों को अंजाम दिया जाता है। Bathinda News