बरनावा (सच कहूँ न्यूज)। पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने रविवार को उत्तर प्रदेश के जिला बागपत स्थित शाह सतनाम जी आश्रम बरनावा से आॅनलाइन गुरूकुल से जुड़ी देश के कोने-कोने व विदेशों की साध-संगत को दर्शन दिए, व रूहानी वचनों की सौगात दी। इससे पहले कल पूज्य गुरू जी ने विनायक ग्रीन सिटी, उज्जैन (मध्य प्रदेश), सोनपुर (ओडिशा), सिंघल मैरिज पैलेस, कैलारस, मुरैना (मध्य प्रदेश), उमा नारायण पैलेस, समस्तीपुर (बिहार), राजकीय प्राथमिक विद्यालय, चंपारण (बिहार), जयसवाल धर्मशाला, रूपनदेही (नेपाल), जमुना लॉन गढ़चिरौली (महाराष्टÑ) और श्रीरापर लौहान महाजन समाजबाड़ी, कच्छ (गुजरात) में भारी तादाद में लोगों के नशे और बुराइयां छुड़वाकर गुरूमंत्र, नाम शब्द की अनमोल दात दी।
पूज्य गुरू जी ने आगे फरमाया कि रामायण में यह बताया गया है कि रावण ने अपने वैद की मदद से अपने रियल बच्चों के सैल लेकर समुद्र की तलहटी में एक लाख बच्चे पैदा किए थे। जिससे रावण एक सफल क्लोन ज्ञाता कहलाया था। पूज्य गुरु जी ने आह्वान करते हुए फरमाया कि इंसान को चंद चीजें सीखकर अहंकार नहीं करना चाहिए। आज भी हमारे वैज्ञानिक बहुत पीछे हैं। पूज्य गुरू जी ने फरमाया कि ज्ञान की भी बहुत सी लेयर है। इसलिए कौन किस लेयर तक पहुंचता है यह इंसान की शक्ति पर निर्भर है। आइयें सुनते हैं पूज्य गुरु जी के रूहानी वचन…
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