सतगुरु की याद में, श्रद्धालू आए वैराग में
बरनावा, रकम सिंह। डेरा सच्चा सौदा आश्रम बरनावा बागपत, उत्तर प्रदेश (Barnawa Ashram) में आज जून माह के पहले रविवार की मासिक रूहानी नामचर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड से हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। नामचर्चा का शुभारंभ प्रेमी सेवक डॉ. अनिल सोलंकी द्वारा इलाही नारा ‘धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ लगाकर किया गया। कविराज भाइयों द्वारा ‘बंदे तूं सत्संग में आना, वचनों पे अमल कमाना’, ‘कीमती है ये शमां, इसे लगाता कहां’ लगाए गए शब्दों ने समूह साध-संगत को अध्यात्मिकता के रंग में रंग दिया। इस अवसर पर बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीनों के माध्यम से पूज्य गुरु जी के अनमोल वचन श्रद्धालुओं को सुनवाये गए, जिनमें पूज्य गुरुजी द्वारा संयुक्त परिवार की महत्ता के बारे में विस्तार से फरमाया गया है।
इस अवसर पर पूज्य गुरु जी द्वारा भेजा गया 16 वां शाही पत्र भी साध-संगत को आॅडियो वीडियो के माध्यम से सुनाया गया, जिसे सुनकर साथ-संगत बैराग में आ गई। पूज्य गुरु जी का पावन रूहानी व शाही पत्र सुनकर श्रद्धालुओं का मानना है कि पूज्य गुरुजी जल्दी ही हम सबके बीच परमानेंट आएंगे। नामचर्चा के दौरान पूज्य गुरु जी द्वारा बरनावा आश्रम में गाया गया हिट सॉन्ग ‘जागो दुनिया दे लोको’ श्रद्धालुओं को सुनाया गया, जिसे देखकर व सुनकर समस्त श्रद्धालु खूब मस्ती में झूमे। Barnawa Ashram
उत्तर प्रदेश के जिम्मेदार 85 मेंबर महेंद्र इन्सां एवं रामकुमार इन्सां ने बताया कि सभी 85 मेंबर उत्तर प्रदेश में पूज्य गुरु जी की शिक्षानुसार मानवता भलाई के कार्यों को गति देने के लिए ब्लॉक गठन में लगे हुए हैं। इस अवसर पर पानी समिति के सेवादारों द्वारा जगह-जगह पानी की छबीलें लगाकर श्रद्धालुओं को पानी पिलाया गया। ट्रैफिक समिति के सेवादारों द्वारा साध-संगत के वाहनों को पार्किंग में लाइनों में खड़ा करवाया गया ताकि ट्रैफिक व्यवस्था सूचारू रूप से चल सके। नामचर्चा के पश्चात लंगर समिति के भाई-बहनों द्वारा कुछ ही समय में समूह साध-संगत को प्रसाद एवं भोजन लंगर खिलाया गया। Barnawa Ashram