ShriGangaNagar, SachKahoon News: बार संघ चुनाव में सोमवार को नाम वापस लिए जा सकेंगे। नाम वापिसी लेने के लिए 3 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। 6 पदों के लिए होने वाले चुनाव में से 3 पदों पर पहले ही निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है ऐसे में अध्यक्ष सचिव और संयुक्त सचिव पद के लिए 2 से अधिक दावेदार मैदान में है। तीनों पदों पर अगर नामांकन वापिस होते हैं तो यह काफी रोचक होगा क्योंकि अध्यक्ष और सचिव पद पर दो लोगों ने और संयुक्त सचिव पद पर तीन लोगों ने नामांकन दाखिल किए हैं। ऐसे में अध्यक्ष और सचिव का निर्विरोध निर्वाचन माना जाएगा जबकि संयुक्त सचिव पद के लिए दो लोगों को नामांकन वापिस लेना होगा।
चुनाव अधिकारी विपिन सिद्ध के अनुसार अगर दावेदारों के बीच आपसी सहमति नहीं बनती है तो 16 दिसम्बर को मतदान करवाया जाएगा। मतदान प्रक्रिया सुबह 10 से लेकर शाम 4 बजे तक होगा। इसके बाद मतगणना शुरू कर परिणाम घोषित किए जाएंगे। वहीं जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आती जा रही है प्रत्याक्षियों ने भी जीत के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना शुरू कर दिया है। शनिवार-रविवार को अवकाश होने के कारण दावेदारों के समर्थक अधिवक्ताओं के घरों में दस्तक देकर अपने पत्याक्षी के लिए वोट मांगते नजर आए। प्रचार-प्रसार के लिए कई प्रत्याक्षी व उनके समर्थक सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं। फेसबुक से लेकर वाट्सएप पर भी दावेदारों को वोट देने की बात की जा रही है। वैसे तो बार संघ चुनाव में सबसे अधिक महत्वपूर्ण पद अध्यक्ष और सचिव का माना जाता है। इसके बाद बावजूद संयुक्त सचिव पद पर तीन नामांकन होना इस पद की भी महत्वता को बताता है। अधिकांश वकीलों का रूझान अभी तक किसी भी प्रत्याशी की और स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन जिस प्रकार चर्चाओं का दौर गर्म है उसमें नीतिन कुमार वाटस बार संघ के नए अध्यक्ष माने जा रहे हैं। ऐसे में देखना यह है कि 16 तारीख को ताज किसके सिर पर सजता है। बार संघ के चुनाव में हमेशा की तरह इस बार भी दावेदारों का फैसला 852 मतदाता करेंगे। इस मतदान में सबसे अधिक देखने वाली बात यह होगी कि इन अधिवक्ताओं में से अधिकांश डमी अधिवक्ता किसे वोट देते हैं। क्योंकि इन अधिवक्ताओं में से करीबन 45 प्रतिशत अधिवक्ता ऐसे है जो जिला मुख्यालय पर प्रेक्टिस कर रहे हैं शेष अधिवक्ता वे है जिन्होंने वकालत की डिग्री तो ले रखी है लेकिन वे पे्रक्टिस नहीं करते।