सरकार के निजीकरण का आमजन पर पड़ेगा असर
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सरकार द्वारा बैंकों के निजीकरण के चलते रहेगी हड़ताल
फतेहाबाद (सच कहूँ/विनोद शर्मा)। बैंक कर्मचारी सरकार के निजीकरण के खिलाफ सोमवार व मंगलवार को दो दिवसीय हड़ताल पर रहेंगे। इससे बैंकिंग सिस्टम पर प्रभाव पड़ेगा। वहीं एटीएम भी सुचारू रूप से नहीं चलने से परेशानी बढ़ने वाली है। बैंक कर्मियों ने अपनी हड़ताल को कामयाब करने के लिए पिछले कई दिनों से अभियान चलाया हुआ है। बैंक कर्मचारियों का कहना है कि सरकार बैंक का निजीकरण अपने चंद पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए कर रही है। सरकार के निजीकरण का असर आमजन पड़ेगा। इसके लिए वे विरोध कर रहे हैं। वहीं बैंक की दो दिन की हड़ताल से आमजन जीवन पर व्यापक असर पड़ेगा।
बैंक कर्मचारी यूनियन के अधिकारियों का कहना है क उनकी हड़ताल जायज है। वे सोमवार व मंगलवार को हड़ताल पर रहेंगे। बुधवार को ही बैंक में फिर से सही से कामकाज शुरू होंगे। कर्मचारी नेता जगदीश मोंगा का कहना है कि सरकार बैंक ऑफ़ महाराष्ट्रा, बैंक ऑफ़ इंडिया व सैंट्रल बैंक को सरकार निजी हाथों में सौंप रही है। इसका विरोध कर रहे हैं। इसकी वजह है कि इन बैंकों में आमजन के करोड़ बैंक खाते है। वहीं निजीकरण करने से 1 लाख 22 हजार कर्मचारियों के रोजगार खत्म हो जाएगा। इसका स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया स्टाफ एसोसिएशन कड़ा विरोध कर रही है।
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