नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब नेशनल बैंक घोटाले मामले में आरोपी कारोबारी मेहुल चौकसी के प्रत्यर्पण की कोशिशों में लगे भारत की उम्मीदों को फिलहाल के लिए झटका लग गया है। पीएनबी घोटाले केस में भारत के भगोड़े कारोबारी मेहुल चौकसी के प्रत्यर्पण पर डोमिनिकाई कोर्ट ने रोक लगा दी है, क्योंकि चौकसी के वकील ने वहां बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है और कहा कि उसे कानूनी अधिकारों से वंचित कर दिया गया था और उसे शुरू में अपने वकीलों से मिले की अनुमति नहीं दी गई थी। इस मामले में आज फिर से सुनवाई होगी। कोर्ट ने 28 मई को स्थानीय समयानुसार 9 बजे सुनवाई के लिए कहा है।
जानें, कौन है मेहुल चौकसी
मेहुल चौकसी ने गुजरात के पालनपुर से हीरों की दुनिया में कदम रखा और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। मेहुल चौकसी, नीरव मोदी के मामा हैं। मेहुल गहनों के बड़े कारोबारी हैं। ज्वैलरी की दुनिया का एक बड़ा नाम है। मेहुल की कंपनी गीतांजलि का सालाना टर्नओवर करीब 13 हजार करोड़ का है। गीतांजलि का कारोबार देश के साथ-साथ दुनिया भर के कई देशों में भी फैला है। गीतांजलि दुनियाभर में हीरों का निर्यात करती है।
क्या है आरोप
वर्ष 2018 की शुरूआत में पंजाब नेशनल बैंक में 11,300 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया था। इस घोटाले में हीरा व्यापारी नीरव मोदी के अलावा उनकी पत्नी ऐमी, उनके भाई निशाल, और चाचा मेहुल चौकसी मुख्य अभियुक्त हैं। बैंक का दावा था कि इन सभी अभियुक्तों ने बैंक के अधिकारियों के साथ साजिश रची और बैंक को नुक्सान पहुंचाया। पंजाब नेशनल बैंक ने जनवरी में पहली बार नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और उनके साथियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत में 280 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया गया था।
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