Wrestlers protest: बजरंग पुनिया के इस बयान से मचा तहलका, दिल्ली पुलिस और पहलवानों के बीच बढ़ सकता है दंगल

Yogeshwar Dutt

नई दिल्ली।  दिल्ली पुलिस ने रविवार को नवनिर्मित संसद भवन के पास (Wrestlers protest) महिला महापंचायत के लिये जा रहे Bajrang Punia, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट सहित अन्य प्रदर्शनकारी पहलवानों को हिरासत में ले लिया। जिस समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संसद भवन का उद्घाटन कर रहे थे, उस समय करीब दो किलोमीटर दूर स्थित पहलवान विनेश फोगाट और संगीता फोगाट ने संसद की ओर जाने के लिये पुलिस सुरक्षा भेदने की कोशिश की। Wrestlers Protest March

दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की के बाद पुलिस ने पहलवानों को हिरासत में ले लिया। वहीं इस घटनाक्रम एक पूर्व आईपीएस अफसर ने ऐसा ट्वीट किया जिस पर पहलवान बजरंग पूनिया भड़क गए। पुनिया ने इस प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह गोली खाने को भी तैयार हैं साथ ही पूर्व अधिकारी को चुनौती भी दे डाली।

दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर सुरक्षा बढ़ा दी | Wrestlers protest

पहलवानों के ‘महिला सम्मान महापंचायत’ के आह्वान के बाद दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर सुरक्षा बढ़ा दी थी। लुटियंस दिल्ली इलाके में रविवार को हजारों पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था और कई जगहों पर बैरिकेड लगायी गयी थीं। पहलवानों ने कहा था कि वे किसी भी कीमत पर नये संसद भवन के पास अपनी ‘महापंचायत’ करेंगे। पुलिस ने कहा कि किसी भी प्रदर्शनकारी को नये भवन की ओर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी और पहलवानों को किसी भी ‘राष्ट्र-विरोधी गतिविधि’ में शामिल नहीं होना चाहिए। पहलवानों ने कहा था कि पुलिस का बल प्रयोग उन्हें शांतिपूर्ण मार्च और महापंचायत आयोजित करने से नहीं रोक पाएगा। Wrestlers Protest March

नीरज, श्रीशंकर ने पहलवानों की दुर्गति पर जताया दुख | Wrestlers protest

टोक्यो ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा और बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पद विजेता श्रीशंकर ने प्रदर्शनकारी पहलवानों को दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिये जाने पर निराशा व्यक्त की है। भाला फेंक एथलीट नीरज ने रविवार को ट्विटर पर पहलवानों के हिरासत में लिये जाने के एक वीडियो पर टिप्पणी की, “यह देखकर मुझे बहुत दुख हो रहा है। इससे निपटने का एक बेहतर तरीका होना चाहिये। ” वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिस बल का प्रयोग करते हुए पहलवानों को हिरासत में ले रही है।

इसी बीच, लंबी कूद एथलीट श्रीशंकर ने पहलवानों के साथ दिल्ली पुलिस के बर्ताव को ‘बर्बर’ करार दिया। श्रीशंकर ने ट्वीट किया, “बेहद बर्बर! हमारे चैंपियन इसके हकदार नहीं थे। ओलंपिक में विजय का सपना देखने वाले एक एथलीट के तौर पर, यह तस्वीर (मेरे मस्तिष्क पर) बहुत गहरे घाव छोड़ेगी।” पहलवानों ने नये संसद भवन तक पदयात्रा करने और ‘महिला महापंचायत’ आयोजित करने की योजना बनायी थी। यह महापंचायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भवन के उद्घाटन के साथ होनी थी। पहलवानों को शुरू में जंतर-मंतर में प्रदर्शन स्थल से निकलने की अनुमति दी गयी लेकिन जैसे वे सुरक्षा बैरिकेड्स से आगे नहीं जा सके। पहलवान जंतर-मंतर रोड से आगे नहीं जा सके और बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक तथा विनेश फोगाट सहित दूसरे प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया। Wrestlers protest

साक्षी के अकाउंट से उनकी टीम द्वारा किये गये एक ट्वीट के अनुसार, पुलिस ने प्रदर्शन स्थल से पहलवानों के तंबू भी हटाना शुरू कर दिये थे। उल्लेखनीय है कि देश के कई नामचीन पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में कैसरगंज लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृजभूषण पर एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों के यौन शोषण का आरोप है।  Wrestler Protest

नये संसद भवन के उद्घाटन पर हुआ बेटियों का अपमान: कांग्रेस | Wrestler Protest

कांग्रेस ने कहा है कि संसद जनता की आवाज होती है लेकिन जब नये संसद भवन का उद्घाटन हुआ तो देश के लिए मेडल लाने वाली महिला खिलाड़ियों को संसद के नजदीक सड़कों पर अपमानित किया गया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, महिला कांग्रेस की अध्यक्ष नीता डिसूजा तथा कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अहंकार और भाजपा सरकार की तानाशाही करार देते हुए कहा कि ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ की बात करने वाली सरकार ने जिस दिन नये संसद भवन का उद्घाटन किया उसी दिन संसद भवन के करीब अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रही महिला पहलवानों को प्रताड़ित करके देश का मान बढ़ाने वाली बेटियों को अपमानित किया जाता है।

खड़गे ने यहां जारी एक बयान में कहा, “सड़कों पर महिला खिलाड़ियों को तानाशाही के बल से पीटा। भाजपा-आरएसएस के सत्ताधीशों के तीन झूठ अब देश के सामने बे-पर्दा हैं। लोकतंत्र, राष्ट्रवाद, बेटी बचाओ। याद रहे मोदी जी,लोकतंत्र केवल इमारतों से नहीं,जनता कीआवाज़ से चलता है।”गांधी ने कहा “राज्याभिषेक पूरा हुआ – ‘अहंकारी राजा’ सड़कों पर कुचल रहा जनता की आवाज़।”

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