बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने लगाया मारपीट व छीनाझपटी का आरोप

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बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने लगाया मारपीट व छीनाझपटी का आरोप

प्रशासन को दिया तीन दिन का अल्टीमेटम | Sirsa News

सरसा (सच कहूँ न्यूज)। बेसहारा गौवंश के कारण शहर में हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बजरंग दल (Bajrang Dal) कार्यकर्ताओं द्वारा दिए गए अल्टीमेटम के बाद रात को गौवंश को लेकर लघु सचिावलय में बांधने जा रहे कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस व डेयरी संचालकों द्वारा मारपीट किए जाने का मामला सामने आया है। यही नहीं बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने मारपीट करने वाले लोगों पर छीना झपटी के भी आरोप लगाए हैं। Sirsa News

रात्रि को हुए इस घटनाक्रम के बाद सुबह बजरंग दल के कार्यकर्ता उपायुक्त कार्यालय में एकत्रित हुए। सर्वप्रथम सभी ने उपायुक्त कार्यालय में ही हनुमान चालीसा का पाठ किया। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और कार्यकर्ताओं से बातचीत की। बजरंग दल के प्रांत मिलन प्रमुख सुरेंद्र पूनिया ने बताया कि बेसहारा गौवंश को मुख्य मार्गों से हटाना जनता से जुड़ा मुद्दा था। सरकार द्वारा जगह-जगह टोल टैक्स लगाकर जनता की जेबों पर डाका डाला जा रहा है, लेकिन उसके बदले में सुविधा बिल्कुल शून्य है जबकि टोल टैक्स लेने के बाद कंपनी की जिम्मेदारी बनती है कि वो आमजन को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध करवाए।

शहर में बेसहारा गौवंश के कारण हो रही घटनाओं की पुरावृत्ति न हो

उन्होंने कहा कि शहर में बेसहारा गौवंश के कारण हो रही घटनाओं की पुरावृत्ति न हो, इसके लिए बजरंग दल ने निर्णय लिया था कि इन पशुओं को डीसी कार्यालय में ले जाकर प्रशासन से इन्हें गौशालाओं में भेजने का प्रयास करेंगे, ताकि कोई हादसा न हो। इसके लिए प्रशासन को 10 दिन का अल्टीमेटम दिया गया था। रात्रि को बजरंग दल कार्यकर्ता बेसहारा पशुओं को लेकर डीसी कार्यालय की ओर आ रहे थे। तभी गेट पर कुछ सिविल वर्दीधारी कर्मचारियों व डेयरी माफियाओं ने उन्हें रोक लिया। Sirsa News

प्रशासन ने डेयरी संचालकों से बातचीत की, लेकिन उन्हें कुछ नहीं बताया। इसके बाद पुलिस कर्मचारियों व डेयरी संचालकों ने गौवंश को डंडों से पीटना शुरू कर दिया। यही नहीं बजरंग दल कार्यकर्ताओं को भी इन लोगों ने डंडों से पीटना शुरू कर दिया। कार्यकर्ताओं ने किसी तरह अपनी जान बचाई। यही नहीं इन लोगों ने कुछ कार्यकर्ताओं के मोबाइल, नगदी व गले में पहनी हुई चेन भी छीन ली।

इस मौके पर जिला गौरक्षा प्रमुख अरविंद भारद्वाज ने कहा कि जनता दुर्घटनाओं का सामना न करे, इसलिए उन्होंने बेसहारा गौवंश को डीसी ऑफिस में ले जाने की योजना बनाई थी, ताकि प्रशासन इन्हें गौशालाओं में भेजने की व्यवस्था करे लेकिन प्रशासन ने कुछ डेयरी माफियाओं के साथ मिलकर उल्टा उनके साथ ही मारपीट की व छीना झपटी की घटनाओं को अंजाम दिया, जोकि निंदनीय है। Sirsa News

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