खरखौदा (सच कहूँ/हेमंत कुमार)। Kalpana Chawla Vidyapeeth: खांडा रोड़ स्थित कल्पना चावला विद्यापीठ में प्रातः कालीन सभा के दौरान बैसाखी पर्व व बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जयंती मनाई गई। सभा का संचालन अध्यापिका ज्योति द्वारा किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा अनेक कविताएं, भाषण व नृत्य की प्रस्तुति की गई। छात्राओं द्वारा बैसाखी पर्व पर बहुत ही शानदार भांगड़ा नृत्य की प्रस्तुतियां दी । इस अवसर पर प्राचार्य उषा वत्स ने बताया कि बैसाखी पर्व फसल और नए साल का जश्न मनाने का त्यौहार है। Kharkhoda News
हिंदुओं के लिए यह त्योहार नववर्ष की शुरुआत है। बैसाखी के पर्व की शुरुआत भारत के पंजाब प्रांत से हुई है और इसे रबी की फसल की कटाई शुरू होने की सफलता के रूप में मनाया जाता है। पंजाब और हरियाणा के अलावा उत्तर भारत में भी बैसाखी के पर्व का बहुत महत्व है। इस दिन गेहूं, तिलहन, गन्ने आदि की फसल की कटाई शुरू होती है। उन्होंने बताया कि भांगड़ा बैसाखी त्योहार का लोक नृत्य है जिसे पारंपरिक रूप से फसल नृत्य कहा जाता है। डॉ. भीमराव अंबेडकर (1891-1956) भारत के एक महान सामाजिक सुधारक, संविधान निर्माता और राजनीतिज्ञ थे।
वे दलित समाज के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले एक प्रेरणादायक नेता थे। उन्होंने भारत के संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारत सरकार के पहले कानून मंत्री भी थे। उन्होंने बौद्ध धर्म अपनाया और जातिवाद के खिलाफ आजीवन संघर्ष किया। प्राथमिक प्रभारी रीतु ने भी सभी विद्यार्थियों व उनके तैयारकर्ता अध्यापकों के प्रयासों को सराहा तथा उन्हें ऐसे ही हर गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर स्कूल निदेशक धर्मराज खत्री, श्रवण कुमार आदि मौजूद रहे। Kharkhoda News
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