बादल को उनके पैतृक गांव में अंतिम विदाई दी जाएगी, पंजाब सरकार ने कल छुट्टी का किया ऐलान

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चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का अंतिम (Parkash Singh Badal ) संस्कार गुरुवार को उनके पैतृक खेत में किया जाएगा। लिहाजा मुक्तसर जिले के उनके पैतृक गांव बादल में करीब 2 एकड़ में लगा किन्नू का बगीचा उखाड़ रहे हैं। इसी स्थान पर बादल का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

दरअसल बादल गांव के श्मशान घाट में जगह नहीं होने के कारण पूर्व मुख्यमंत्री का अंतिम संस्कार उनके ही खेत में करने का निर्णय लिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बादल ने आज पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह को श्रद्धांजलि दी। वह आज दोपहर श्रद्धांजलि देने चंडीगढ़ पहुंचे। पीएम मोदी ने बादल को श्रद्धांजलि दी और वापस चले गए।

केंद्र का बादल के सम्मान में दो दिन का राजकीय शोक, गुरुवार को अंत्येष्टि

केंद्र की भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार (Parkash Singh Badal ) ने शिरोमणि अकाली दल(शिअद) के संरक्षक और कद्दावर नेता तथा पंजाब के पांच बार मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल के निधन पर दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। वहीं पंजाब सरकार ने बादल के सम्मान में बुधवार को एक दिन के सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। इस दौरान सभी सरकारी, बोर्ड और निगम कार्यालय, स्कूल एवं उच्च शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।

वहीं शिअद ने यह फैसला लिया है कि बादल का पार्थिव शरीर बुधवार सुबह दस बजे यहां सैक्टर-28 स्थित पार्टी मुख्यालय में रखा जाएगा जहां पार्टी के वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता और जनता उन्हें 12 बजे तक अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर सकेगी। इसके बाद बादल की अंतिम यात्रा चंडीगढ़ से शुरू होकर उनके मुक्तसर जिले में उनके पैतृक बादल गांव तक जाएगी। यह यात्रा राजपुरा, पटियाला, संगरूर, बरनाला, रामपुरा फूल बठिंडा होते हुए बादल गांव पहुंचेगी जहां गुरुवार 27 अप्रैल को दोपहर एक बजे पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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