रामपुर (एजेंसी)। भाजपा प्रत्याशी जया प्रदा पर अभद्र टिप्पणी करने को लेकर आजम खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इससे पहले अपने बयान पर सफाई देते हुए आजम खान ने कहा था कि मैने भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी जया प्रदा को लेकर कोई आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं की।
रामपुर सीट से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी एवं फिल्म अभिनेत्री जयप्रदा के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं सपा प्रत्याशी आजम खान फंस गए हैं। उनके खिलाफ शाहबाद थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है । आजम खान ने कल शाहबाद में हुई जनसभा में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मौजूदगी में कहा था जयाप्रदा जो अंडरवियर पहनती है, उसका रंग खाकी है। इस मामले को चुनाव आयोग ने भी गंभीरता से लिया और जिलाधिकारी से रिपोर्ट तलब की। जिलाधिकारी ने वीडियो अवलोकन टीम के प्रभारी से मामले की जांच कराई। जांच के बाद पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है।
वीडियो अवलोकन टीम के प्रभारी महेश कुमार गुप्ता ने शाहबाद थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट में आचार संहिता का उल्लंघन करने के साथ ही महिला के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने का भी आरोप लगाया है। आजम खान के खिलाफ नामांकन कराने के बाद से अब तक नौ मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। इससे पहले वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह के खिलाफ भी आपत्तिजनक बयान दे चुके हैं।
सपा नेता ने कहा कि मैं दिल्ली के एक व्यक्ति का जिक्र कर रहा था। जिसने कहा था, ‘मैं 150 राइफलें लेकर आया था और अगर मैंने आजम खान को देखा होता तो गोली मार देता।’ उसके बारे में बात करते हुए मैंने कहा था कि लोगों को जानने में काफी समय लग गया और बाद में पता चला कि वो आरएसएस की नेकर पहने हुए था। उन्होने कहा कि मैंने किसी का नाम नहीं लिया है। मुझे पता है कि मुझे क्या कहना चाहिए और क्या नहीं। खान ने कहा कि अगर कोई साबित कर दे कि मैंने किसी का नाम कहीं भी लिया है और किसी का अपमान किया है, तो मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा। बता दें कि जया प्रदा उत्तर प्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट से भाजपा की प्रत्याशी है, जिनका मुकाबला समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान से है।
रविवार को शाहबाद में एक चुनावी रैली के दौरान आजम खान ने जया प्रदा पर आपत्तिजनक बयान दिया। उन्होनें कहा कि जिसकी अंगुली पकड़कर हम रामपुर लाए। रामपुर की गलियों और सड़कों से पहचान कराई। किसी का कांधा नहीं लगने दिया, किसी को छूने नहीं दिया, गंदी बात नहीं करने दी। दस साल प्रतिनिधित्व कराया। शाहबाद वालों, रामपुर वालों उसकी असलियत समझने में आपको 17 साल लग गए, लेकिन मैं 17 दिन में पहचान गया कि वह खाकी नेकर पहनती हैं।