अयोध्या विवाद : सुरक्षा के मद्देनजर सोशल मीडिया पर कड़ी नजर

Ayodhya dispute

अयोध्या फैसले से पहले सुरक्षा कड़ी

  • अदालती फैसले को सभी स्वीकारें : रजा खान

नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। अयोध्या-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला आने से पहले देश भर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इसी के मद्देनजर आरएसएस चीफ मोहन भागवत से लेकर पीएम मोदी ने अयोध्या मामले पर अपने नेताओं को नसीहद दी है कि अयोध्या मामले पर बोलने पर परहेज रखे। उधर बरेली के सज्जादा नशीन दरगाह के प्रमुख तौसीफ रजा खान ने कहा है कि अयोध्या-बाबरी मस्जिद विवाद पर उच्चतम न्यायालय का जो भी फैसला आए उसे सभी को स्वीकार करना चाहिए। खान ने गुरुवार को यहां जारी बयान में कहा अयोध्या-बाबरी मस्जिद पर उच्चतम न्यायालय के 18 नवंबर से पहले सुनाए जाने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि देश की शीर्ष अदालत इस पर जो भी निर्णय उसका सभी को आदर करते हुए स्वीकार करना चाहिए।

कानपुर के संवेदनशील इलाकों में कड़ी सुरक्षा

अयोध्या मुद्दे को लेकर उच्चतम न्यायालय का जल्द फैसला आने वाला है और राज्य के बेहद संवेदनशील जिले कानपुर में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंत देव तिवारी से यूनीवार्ता संवाददाता से गुरूवार को कहा कि शहर का अमन चैन बनाए रखने के लिए 204 संवेदनशील ,अति संवेदनशील स्थान चयनित किए गए हैं जहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।

अयोध्या में पंच कोसी परिक्रमा शुरू

अयोध्या में बुधवार को चौदह कोसी परिक्रमा खत्म होने के बाद गुरूवार से पंचकोसी परिक्रमा शुरू हो गई। परिक्रमा का दायरा चौदह कोसी की अपेक्षा कम होने की वजह से अधिक भीड़ होने की संभावना व्यक्त की जा रही है । इसी के चलते सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैैं। परिक्रमा की भीड़ के नियंत्रण के लिए जगह-जगह बैरियर लगा दिए गए हैं, जिनकी संख्या 60 से अधिक है। जोन व सेक्टर में बांटकर परिक्रमा पथ की निगरानी हो रही है।

अयोध्या पर फैसले का सभी सम्मान करें: मायावती

उत्तर प्रदेश की पूर्व मूुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने गुरूवार को कहा कि अयोध्या की विवादित जमीन पर उच्चतम न्यायालय के आने वाले फैसले का समाज के सभी वर्ग सम्मान करें और सरकार लोगों जान माल की सुरक्षा सुनिश्चित करे। बसपा प्रमुख ने आज लगातार दो टवीट किए जिसमें उन्होंने कहा कि अयोध्या पर एक दो दिन में फैसला आने वाला है। फैसले को लेकर सभी उत्सुक हैं। देश हित में उच्चतम न्यायालय के फैसले का सभी लोगों को सम्मान करना चाहिए।

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