फूल-पत्तियों से घर पर ही बना लें हर्बल कलर (Holi 2023)
होली में केमिकल वाले रंगों की बाजार में भरमार होती है। ये न सिर्फ स्किन को नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि एलर्जी और जलन का कारण भी बनते हैं। होली में इस्तेमाल किए जाने वाले रंगों से स्किन में एलर्जी, आखों में जलन जैसी दिक्कतें पैदा हो सकती हैं। इसलिए इससे बचने के लिए सबसे पहले यह कोशिश करें कि आप आॅर्गेनिक या हर्बल रंगों से ही होली खेलें, लेकिन इन रंगों की पहचान होना भी जरूरी है। ऐसे मौके पर फूल, पत्तियों, सब्जियों और मसालों से तैयार रंगों का इस्तेमाल किया जा सकता है। ये खासकर स्किन के लिए फायदेमंद होंगे और आँखों को भी नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।
चुकंदर पीसकर पानी में उबालें और बनाएं लाल रंग
इस मौसम में चुकंदर आसानी से मिल जाते हैं। इन्हें घिसकर पानी में उबाल लें और लाल रंग तैयार है। गहरा पिंक रंग चाहते हैं तो इसमें पानी ज्यादा मिलाएं। इसके अलावा इसे पीसकर पेस्ट भी बना सकते हैं। खास बात है कि यह रंग आँखों और मुंह में चले जाने पर नुकसान भी नहीं होता है। बच्चों को नुकसान से बचाने के लिए इस रंग को पिचकारी में भरकर भी दे सकते हैं।
नीम की पत्तियों से बनाएं हरा रंग
नीम की पत्तियों को पीसकर तैयार हुए पेस्ट से हरा रंग बना सकते हैं। इस पेस्ट को पानी में मिलाकर भी रंग खेला जा सकता है। यह फेस पैक की तरह भी काम करेगा। नीम एंटीबैक्टीरियल और एंटी एलर्जिक होने के कारण स्किन के लिए फायदेमंद है। साथ ही ये कील, मुंहासों की समस्या में भी राहत पहुंचाता है। नीम की पत्तियों को सुखाकर इसके पाउडर को गुलाल की तरह भी लगाया जा सकता है। मेंहदी का प्रयोग भी कर सकते हैं।
मक्के के आटे में मिलाएं हल्दी और बनाएं पीला रंग
ये रंग बनाने के लिए हल्दी बेहद मुफीद है। हल्दी एंटीसेप्टिक और एंटी इंफ्लेमेटरी होती है जो स्किन के लिए काफी फायदेमंद है। पीला रंग तैयार करने के लिए हल्दी को जौ या मक्के के आटे में मिलाकर पेस्ट बना सकते हैं। इसे रंग की तरह इस्तेमाल करें। यह डेड स्किन हटाकर नैचुरल स्क्रब की तरह काम करेगा। हल्दी को अरारोट या चावल के पाउडर में भी मिलाकर इस्तेमाल किया जा सकता है।
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